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बजट को लेकर बिहार में चढ़ा सियासी पारा, JDU ने तेजस्वी पर कसा जवाबी तंज

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा लोकसभा में वर्ष 2018-19 के लिए आम बजट पेश करने के बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है. गुरुवार को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय आम बजट को लेकर मोदी सरकार पर करारा हमला बोला है, तो जदयू ने भी पलटवार किया.

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तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव

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केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा लोकसभा में वर्ष 2018-19 के लिए आम बजट पेश करने के बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है. गुरुवार को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय आम बजट को लेकर मोदी सरकार पर करारा हमला बोला है, तो जदयू ने भी पलटवार किया. तेजस्वी यादव ने आम बजट को दृष्टि विहीन और दिशाहीन करार दिया है, तो जदयू ने जवाबी तंज कसा.

तेजस्वी यादव के इसी हमले को लेकर जदयू ने उन पर तंज कसते हुए पूछा कि आखिर गरीबों और पिछड़ों के लिए किए गए केंद्र सरकार के फैसले उन्हें हजम क्यों नहीं हो रहे हैं? तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि यह बेहद हैरानी की बात है कि हकमारजी को आम बजट में समाज के पिछड़े और दलितों के उत्थान के लिए किए गए फैसले हजम नहीं हो रहे हैं.

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जदयू प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 10 करोड़ गरीब परिवारों के इलाज के लिए पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त कराने की योजना बनाई है और किसानों को लागत मूल्य पर डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का फैसला किया है, मगर ये फैसले तेजस्वी यादव को पच नहीं रहे हैं.

जदयू ने कहा कि आम बजट में फल उत्पादक किसानों के लिए ऑपरेशन ग्रीन्स की शुरुआत की गई है, जिसका सीधा फायदा बिहार के केला और लीची उत्पादक किसानों को मिलेगा. इसके अलावा बजट में किसानों के कल्याण के लिए 11 लाख करोड़ रुपये का फंड बनाने का ऐलान किया गया है, लेकिन ये सभी कल्याणकारी फैसले तेजस्वी यादव को दिखाई नहीं दे रहे हैं.

जदयू ने तेजस्वी से पूछा कि वित्तमंत्री अरुण जेटली के बजट में बिहार के किसानों की भलाई के लिए किए गए फैसले क्या उन्हें हजम नहीं हो रहे हैं? संजय सिंह ने कहा कि लालू राबड़ी के 15 सालों के शासन के दौरान किसानों को सिर्फ लॉलीपॉप दिखाया गया है और अब जब एनडीए के कार्यकाल में किसानों को उनका हक मिल रहा है, तो आरजेडी के नेताओं के छाती पर सांप लोट रहा है.

तेजस्वी यादव को घोटाला राम कहते हुए संजय सिंह ने कहा कि जब लालू राबड़ी के शासनकाल के दौरान किसानों का हक मारा जा रहा था, तो उस वक्त तेजस्वी यादव कहां खामोश बैठे थे? संजय सिंह ने कहा कि जब लालू परिवार गरीबों का खून चूस रहा था, तो उस वक्त तेजस्वी की नैतिकता कहां मर गई थी?

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जदयू ने यह भी कहा कि चाहे साल 2019 के लोकसभा चुनाव हों या फिर साल 2020 के विधानसभा चुनाव, तेजस्वी उर्फ घोटाला राम के परिवार के लिए कई सालों तक नो वैकेंसी है. जदयू ने कहा कि जनता अब लालू परिवार की सच्चाई जान चुकी है और अब दोबारा धोखा नहीं खाएगी.

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