बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भारत जैसे मुल्क में कैशलेस अर्थव्यवस्था किसी भी कीमत पर संभव नहीं है. भारत में कैशलेस अर्थव्यवस्था की बात करने उनके समझ से परे है. नीतीश कुमार ने कहा कि देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए चाहे कितना भी प्रचार क्यों नहीं कर लिया जाए, देश में पूरी तरह से कैशलेस अर्थव्यवस्था कतई संभव नहीं है.
विश्व में कोई भी देश पूरी तरह से कैशलेस नहीं
पटना में लोक संवाद कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आज की तारीख में कैशलेस ट्रांजेकस्न नहीं है, नोटबंदी लागू होने के पहले से ही देश में कैशलेस ट्रांजेक्शन हो रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि ये संभव है कि जैसे देश का विकास होगा, लोगों का विकास होगा, कैशलेस में भी वृद्धि होगी. लेकिन, पूरी तरह से नोट का प्रचलन समाप्त हो जाएगा ये मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी देश विश्व में नहीं है, जहां पूरी तरह से कैशलेस अर्थव्यवस्था है. उन्होंने कहा कि अमेरिका में पूरी तरह से कैशलेस अर्थव्यवस्था नहीं है. वहां भी महज 40 से 50 फीसदी कैशलेस ट्रांजेक्शन हो रहा है.
बेनामी संपत्ति का मतलब सिर्फ नोट नहीं होता
नोटबंदी के परिणाम या दुष्परिणाम को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वो नोटबंदी लागू होने के समय से कहते आ रहे हैं कि सिर्फ नोटबंदी से कालाधन पर लगाम नहीं लगाया जा सकता. नीतीश कुमार ने कहा कि जबतक बेनामी संपत्तियों पर सख्ती से हमला नहीं किया जाएगा, तबतक कालाधन समाप्त नहीं किया जा सकता. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि कालाधन को जड़ से समाप्त करने के लिए जरूरी है कि बड़े-बड़े लोगों के बेनामी संपत्ति पर हमला बोला जाए. उन्होंने कहा कि बेनामी संपत्ति का मतलब सिर्फ नोट नहीं होता, बल्कि उनकी जमीन, मकान, हीरे, सोने-चांदी पर सख्ती से हमला बोलने की जरुरत है.
बेनामी संपत्ति पर हमला बोले सरकार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में भारी मात्रा में कालाधन है और इसको समाप्त करने के लिए संगठित तौर पर हमला करने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर सही मायने में देश से कालाधन समाप्त करना चाहती है, तो बेनामी संपत्ति पर हमला बोलने की योजना बनाकर उसपर अमल करना चाहिए.