बिहार में सीबीआई की ताबड़तोड़ कार्रवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है. इस बीच आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी के बिहार में सीबीआई की नो एंट्री वाले बयान को लेकर जदयू से तकरार की स्थिति बनती दिखाई दे रही है. महागठबंधन सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है, जब किसी मामले में आरजेडी और जेडीयू के बयान जुदा-जुदा हैं.
दरअसल शिवानंद तिवारी ने कहा- महागठबंधन ने तय किया है कि बिहार में बिना सरकार के इजाजत के CBI नहीं आएगी. खबर आई कि इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार की बैठक भी हुई. हालांकि उनके इस बयान का जेडीयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने खंडन कर दिया. वहीं जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिवानंद तिवारी के बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पता नहीं उन्होंने क्या बोला है, मुझे जानकारी नहीं है.
सीबीआई को लेकर कोई बैठक नहीं हुई: कुशवाहा
जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को शिवानंद तिवारी के बयान पर कहा कि सीबीआई की नो एंट्री को लेकर महागठबंधन सरकार की कोई बैठक नहीं हुई है. उन्हें गलत जानकारी मिली है, इसलिए उन्होंने ऐसा बयान दिया. बिहार में बिना अनुमति के सीबीआई जांच पर रोक लगाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है.
भोला राय के निधन पर परिवार से मिले नीतीश-तेजस्वी
सीएम नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी के साथ जदयू के वरिष्ठ नेता भोला राय के निधन पर शोक जताया और परिजनों से मिले. नीतीश कुमार ने कहा कि भोला बाबू का निधन बड़ी क्षति है. उन्होंने बताया की जेपी आंदोलन के समय 1975 में उनसे मुलाकात हुई थी. उस समय मेरी उम्र 24 साल की थी तब भी नाव से ही भोला बाबू से मिलने आया करते थे. पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय का निधन इलाज के दौरान आईजीआईएमएस पटना में गुरुवार को हो गया था.