बिहार के पथ निर्माण मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु की जर्जर स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. ललन ने बुधवार को कहा कि प्रदेश सरकार गांधी सेतु की स्थिति को लेकर चिंतित है, क्योंकि किसी भी समय उससे आवागमन बाधित हो सकता है. इससे उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क टूट सकता है.
उन्होंने गांधी सेतु की जर्जर स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि केंद्रीय पथ परिवहन और उच्चमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसके रखरखाव का सार्वजनिक रूप से वादा कर इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की है.
ललन ने कहा कि पुल के भारतीय राष्ट्रीय उच्चमार्ग प्राधिकरण के अंतर्गत आने के कारण बिहार सरकार उसकी मरम्मत को लेकर स्वयं को असहाय महसूस कर रही है.
सिंह ने गांधी सेतु की खराब स्थिति पर केंद्र की अब तक की सरकारों पर असंवेदनशील रुख रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी ने इस पुल की स्थिति के आकलन में दो साल लगा दिए और वह अगले दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने वाली है.
32 साल पुराने महात्मा गांधी सेतु का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1982 में किया था.
- इनपुट भाषा से