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बिहार में रेलवे ट्रैक पर बैठकर मिड डे मील खाते हैं बच्‍चे

बिहार सरकार दूर-दराज के इलाकों में सही यातायात के साधन नहीं होने के कारण मिड डे मील की देखरेख में कमी का राग आलाप रही है, लेकिन सेंट्रल पटना में बच्‍चों को रेलवे ट्रैक पर बैठकर मिड डे मील खाना पड़ रहा है.

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मिड डे मील खाते बच्चे
मिड डे मील खाते बच्चे

बिहार सरकार दूर-दराज के इलाकों में सही यातायात के साधन नहीं होने के कारण मिड डे मील की देखरेख में कमी का राग आलाप रही है, लेकिन सेंट्रल पटना में बच्‍चों को रेलवे ट्रैक पर बैठकर मिड डे मील खाना पड़ रहा है.

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राजीव नगर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के करीब 70 बच्‍चे अपने स्‍कूल से महज 20 फीट दूर रेलवे ट्रैक पर बैठकर खाना खाते हैं, क्‍योंकि उस स्‍टेशन पर सुबह और शाम को ट्रेन जाती है. बच्‍चों का कहना है कि वह रेलवे ट्रैक में बैठकर खाना खाते हैं क्‍योंकि स्‍कूल में ज्‍यादा जगह नहीं है. शिक्षकों को भी इस व्‍यवस्‍था से कोई परेशानी नहीं है.

वहीं, शिक्षक भी इस व्‍यवस्‍था पर अजीब सा जवाब देते हैं. उनका कहना है कि बच्‍चों को ट्रैक से दूर रहने की हिदायत दी जाती है और जब बच्‍चों के मिड डे मील खाने का समय होता है तब ट्रेन के गुजरने का समय नहीं होता है. कुछ अभिभावकों का मानना है कि इस तरह ट्रैक पर बैठकर खाना खाने में खतरा है, लेकिन सरकार कुछ व्‍यवस्‍था नहीं करती है. मिड डे मील के निदेशक आर लक्ष्‍मण कहते हैं कि राजीव नगर के स्‍‍कूल को जल्‍द शिफ्ट किया जा रहा है.

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