बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भोजपुर में किसान की आत्महत्या की खबर पर गहरी संवेदना प्रकट की है. उन्होंने प्रधान सचिव कृषि एवं प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन को इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री के इस खबर पर संज्ञान लेने के बाद भोजपुर के जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. जांच दल के द्वारा स्थल निरीक्षण पर सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. जांच दल की विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर बिहार कृषि संकटग्रस्त किसान सहायता योजना 2015 के तहत सहायता देने के लिए कार्रवाई की जाएगी.
भोजपुर जिले के कृष्णानगर पुलिस थाना अंतर्गत विन्द टोली गांव के किसान दशरथ बिंद ने शनिवार की रात आत्महत्या कर ली क्योंकि ओलावृष्टि की वजह से उसके बगीचे के आम बर्बाद हो गए. उसने 2 लाख कर्ज लेकर आम का बगीचा लिया था ताकि जब आम तैयार हो जाएं, तो उसे अच्छी आमदनी हो सके लेकिन ओलावृष्टि ने उसके उम्मीदों पर पानी फेर दिया और आम के बगीचे में हुए नुकसान को किसान सहन न कर सका और उसने आत्महत्या कर ली. दशरथ बिंद की लाश को रविवार की सुबह लोगों ने उसी बगीचे में आम के पेड़ से लटका पाया.
बिहार में इस बार हो रही ओलावृष्टि से किसान तबाह हो रहे हैं. खेतों में लगी फसल बर्बाद तो हो ही गई है, पेड़ पर लगे आम और लीची की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. शनिवार को बिहार के कई जिलों में भयानक ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई, जिससे खेत में लगी फसल बर्बाद हो गई.
मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, दरभंगा, भोजपुर जिलों में इससे काफी नुकसान हुआ है. इस दौरान वैशाली में तीन लोगों की मौत भी हो गई. पिछले हफ्ते हुई ओला वृष्टि में बिहार के 10 जिले बुरी तरह प्रभावित हुए थे और चार लोगों की जान चली गई थी. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक ओलावृष्टि और बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है.