मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिलाधिकारी बक्सर के ओएसडी तौकीर अकरम की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. तौकीर अकरम ने बक्सर के अपने आवास में फांसी लगा ली. सुबह 4.45 मिनट पर घरवालों ने देखा और पुलिस को खबर की. तौकीर अहमद ने अपना सुसाईड नोट भी लिखा हैं जिसमें दो लाईनें लिखी हुई हैं कि मैं दुनिया से जा रहा हूं.
बक्सर के पूर्व डीएम मुकेश कुमार पाण्डेय ने इसी साल अगस्त में गाजियाबाद में ट्रेन के नीचे आकर अपनी जान दे दी थी. तौकीर अकरम उनके समय भी ओएसडी के पद पर तैनात थे. उनके आत्महत्या के पीछे का कारणों का पता तो नही चल पाया है लेकिन परिवार वाले यह जरूर बोल रहे थे कि उनकी सैलरी आधी मिल रही थी. बक्सर डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने कहा कि कोर्ट के आदेश से उनको आधी सैलरी मिल रही थी.
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि ओएसडी तौकीर अकरम की मौत हृदयविदारक घटना है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. मुख्यमंत्री ने हादसे की सूचना मिलने के बाद मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह एवं प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी से टेलीफोन पर बात की और उन्होंने सम्पूर्ण मामले की जांच के निर्देश दिए.
तौकीर अकरम जिलाधिकारी के ओएसडी के साथ-साथ भू अर्जन पदाधिकारी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. उनका अंतिम संस्कार पटना में होगा. एफएसएल की टीम कल घटनास्थल के लिए रवाना हो गईं. फिलहाल ओएसडी ने जिस कमरे में आत्महत्या की थी उसे सील कर दिया गया है. लेकिन बक्सर में डीएम की आत्महत्या के बाद ओएसडी की इस आत्महत्या ने बक्सर समेत राज्य के प्रशासनिक व्यवस्था को झकझोर के रख दिया है.