बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में गठबंधन का दौर अभी जारी रहेगा और यह गठबंधन सफलतापूर्वक चले और सरकार स्थिर रहे इसके लिए इस बात की जरूरत होगी कि गठबंधन के सबसे बड़े दल के नेतृत्व में सरकार चले.
बिहार विधानसभा परिसर में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी द्वारा अपने ब्लॉग पर हाल में लिखी बातों के बारे में पूछे जाने नीतीश ने कहा कि आडवाणी जी द्वारा अपने ब्लाग में लिखी बातों का लब्बो-लुबाब यही है कि भाजपा के नेतृत्व में एक गठजोड़ है, उसके लिए ज्यादा संभावना है.
नीतीश ने कहा, ‘आडवाणी जी ने अपनी बात ब्लॉग के माध्यम रखी है और हम लोगों को भी लगता है तथा पूरे देश की राजनीति पर नजर रखने वाले इस बात को स्वीकार करेंगे कि अब दौर एक पार्टी के शासन का नहीं है, अब गठबंधन का दौर है.’ उन्होंने कहा एक गठबंधन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में चला और बहुत ही शानदार ढंग से गठबंधन की सरकार चली.
नीतीश ने कहा कि एक गठबंधन की सरकार वर्तमान में चल रही है, जिनका प्रदर्शन निराशजनक रहा है. लेकिन उन्हें लगता है कि गठबंधन का ही दौर चलेगा.
उन्होंने कहा कि गठबंधन अन्य प्रकार का भी हुआ है, उदाहरणस्वरूप देवगौडा सरकार भी एक गठबंधन वाली सरकार थी, लेकिन उसे समर्थन देने वाली सबसे बड़ी पार्टी सरकार के बाहर थी, जिस कारण उस सरकार के स्थायित्व एवं स्थिरता पर हमेशा संकट बना रहा और स्थिर सरकार साबित नहीं हुई.
प्रधानमंत्री पद के दावेदारों के बारे में नीतीश ने कहा ‘कोई भी गठबंधन अगर चुनाव के मैदान में जाता है तो उसे अपना नेता चुनाव के पूर्व घोषित कर देना चाहिए. इससे फायदा होता है, क्योंकि लोग भी उन्हें परखते हैं, उनके बारे में चर्चा होती है तथा उसका अच्छा असर पडता है.’ नीतीश ने कहा ‘हम लोगों ने बिहार में भी देखा है, अन्य राज्यों में भी देखा है और देश में राजग की सरकार बनी तो अटल जी नेता थे और उनका नाम पहले से घोषित था, जिसका फायदा हुआ था.’ उन्होंने कहा कि यही उनके दल :जदयू: की भी राय है, लेकिन अभी चुनाव होने में समय है.
नीतीश ने कहा कि आडवाणी जी के ब्लाग में लिखी बातों पर उन्होंने गौर किया है और उन्हें ऐसा लगता है कि समेकित रूप में जो बातें हैं उसका कोई निचोड बाहर में चर्चा नहीं है, बल्कि एक हिस्से को लेकर ज्यादा प्रचार हो रहा है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने पूर्व में भी एक संदर्भ में कहा था आडवाणी जी को समझने की कोशिश नहीं होती.
नीतीश ने कहा कि उसको लेकर जो रिपोर्ट छपीं हैं और उसका जो विश्लेषण हुआ है, वह अन्य प्रकार से हुआ है और उनकी समझ से उनके ब्लाग से ऐसी कोई ध्वनि नहीं निकलती है.
नीतीश ने कहा कि उन्हें लगता है कि एक वरिष्ठ राजनेता के रूप में जो वे देखते हैं उसी आधार पर उन्होंने लिखा है.
उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने गैर भाजपा एवं गैर कांग्रेसी सरकार की बात जिस संदर्भ में कही है और उसका उदाहरण भी दिया है कि इस तरह की सरकारें स्थिर नहीं रह पाती हैं. नीतीश ने कहा कि आडवाणी जी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी की लोकप्रियता में ह्रास हो रहा है.