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बिहार: फूड पार्क के उद्घाटन पर विवाद जारी, सामने आया कंपनी का बयान

मेगा फूड पार्क को बनाने वाली कंपनी प्रिसटीन ग्रुप के प्रमोटर सामने आए हैं और उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रिसटीन ग्रुप के डायरेक्टर संजय मवार ने आज तक से खास बातचीत में कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी थी कि फूड पार्क के निर्माण का कार्य 70 से 80 फ़ीसदी पूरा हुआ है और तकरीबन 20 फ़ीसदी काम और बचा हुआ है.

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फूड पार्क (Photo:aajtak)
फूड पार्क (Photo:aajtak)

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बिहार के खगड़िया में बन रहे राज्य के पहले मेगा फूड पार्क को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 29 नवंबर को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर इस मेगा फूड पार्क का उद्घाटन करने के लिए खगड़िया पहुंची. उद्घाटन से पहले उन्होंने फूड कोर्ट का मुआयना किया तो पाया कि इसका निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. आनन-फानन में हरसिमरत कौर ने इस फूड पार्क का उद्घाटन करने से मना कर दिया और वापस दिल्ली लौट गईं .

अब पूरे विवाद को लेकर इस मेगा फूड पार्क को बनाने वाली कंपनी प्रिसटीन ग्रुप के प्रमोटर सामने आए हैं और उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रिसटीन ग्रुप के डायरेक्टर संजय मवार ने आज तक से खास बातचीत में कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी थी कि फूड पार्क के निर्माण का कार्य 70 से 80 फ़ीसदी पूरा हुआ है और तकरीबन 20 फ़ीसदी काम और बचा हुआ है.

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गौरतलब है प्रिसटीन ग्रुप इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर कंपनी है. 29 नवंबर को जब हरसिमरत कौर फूड पार्क का मुआयना कर रही थी तो उन्होंने एक भी प्रोडक्शन यूनिट को काम करते हुए नहीं पाया और इसी बात पर वह नाराज हो गई. संजय मवार ने बताया क्योंकि उनके ग्रुप का काम केवल इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करता था जिसे पूरा होने में 1 महीने का वक्त और लगेगा न कि प्रोडक्शन करना.

संजय मवार ने कहा कि इस मेगा फूड पार्क का काम क्योंकि 20 फ़ीसदी और बचा हुआ था इसी वजह से इस हालत में नहीं था कि इसका उद्घाटन किया जाए. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर खगड़िया न आए और इस फूड पार्क का उद्घाटन 1 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया जाए इसको लेकर उन्होंने तमाम प्रयास किया मगर उनकी कोई भी बात नहीं मानी गई.

निर्माण का कार्य तकरीबन 20 फ़ीसदी और बचा हुआ

संजय मवार ने कहा है कि खगड़िया के जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने इस मेगा फूड पार्क का निरीक्षण किया था और पाया था कि इसके निर्माण का कार्य तकरीबन 20 फ़ीसदी और बचा हुआ है और इसी को लेकर उन्होंने 12 नवंबर को बिहार सरकार को पत्र भी लिखा था और आग्रह किया था कि फूड पार्क की हालत अभी ऐसी नहीं है कि इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करें और इसी को लेकर उन्होंने प्रिसटीन ग्रुप को निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 1 महीने का वक्त और देने की सिफारिश की थी.

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संजय मवार ने कहा खगड़िया जिलाधिकारी की रिपोर्ट को भी केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने नजरअंदाज कर दिया और 29 नवंबर को ही फूड पार्क का उद्घाटन करने को लेकर दबाव बनाया. संजय मवार ने खुलासा किया और कहा कि पिछले तकरीबन 2 महीने से लगातार केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के अधिकारियों को तरफ से उन्हें फोन आ रहा है और उन पर दबाव बनाया जा रहा था कि फूड पार्क का निर्माण जल्द पूरा करें ताकि मंत्री हरसिमरत कौर जिन्होंने इस फूड पार्क का शिलान्यास अगस्त 2015 में किया था, वहीं इसका उद्घाटन भी लोकसभा चुनाव में आचार संहिता लागू होने से पहले करें.

गौरतलब है कि 127 करोड़ की लागत से बनने वाला यह फूड पार्क केंद्र और प्रिसटीन ग्रुप के बीच की ज्वाइंट वेंचर जिसमें तकरीबन 50 करोड़ केंद्र का निवेश है और बाकी प्रिसटीन ग्रुप का.

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