उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने जब से सीता को भारत की पहली टेस्ट ट्यूब बेबी बताया है, तब से उनकी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अभी तक तो सब उपमुख्यमंत्री के इस अनोखे ज्ञान पर मजे ले रहे थे, लेकिन मामला अब गंभीर हो गया है. बिहार के सीतामढ़ी जिला, जो सीता की जन्मभूमि है, वहां पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में डॉ. दिनेश शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है.
स्थानीय अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने शनिवार सुबह मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सरोज कुमारी की कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया है. इसमें उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा की सीता पर टिप्पणी की वजह से लोगों के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची. शिकायतकर्ता ने परिवाद पत्र में यह भी लिखा है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के बयान के जरिए धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश की गई है.
अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने IPC की धारा 295A, 120B के तहत डॉ. दिनेश शर्मा के खिलाफ परिवाद पत्र दायर किया है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सरोज कुमारी की कोर्ट ने इस परिवाद पत्र को दाखिल कर लिया है और इस पर आज ही सुनवाई होगी.
बता दें कि मथुरा में हिंदी पत्रकारिता दिवस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिनेश शर्मा ने कहा था कि सीता जी का जन्म मिट्टी के बर्तन से हुआ था, यानी उस समय भी टेस्ट ट्यूब से बच्चे पैदा करने का कॉन्सेप्ट था. दिनेश शर्मा ने कहा कि सीता जी भी टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकती हैं.