कांग्रेस के साथ गठबंधन पर विचार-विमर्श करने के लिए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के दिल्ली रवाना होने के साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यूपीए सहयोगी के तौर पर उनका गठबंधन स्वाभाविक है लेकिन जद-यू के लिए यह चिंता की बात नहीं है.
अखिल भारतीय बिल्डर्स संगठन के एक कार्यक्रम के इतर कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘उनके बीच गठबंधन स्वाभाविक है और इसमें कोई बड़ी बात नहीं है. वे पहले से ही यूपीए के सहयोगी रहे हैं.’
कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए यह चिंता का विषय नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी लोगों के समर्थन से चल रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने उनकी सरकार को जो जिम्मेदारी दी है उसे वह निभा रहे हैं और अगर यह काम गंभीरता से हो रहा है तो लोग उनका फिर से समर्थन करेंगे.
राजद अध्यक्ष के वार्ता के लिए राष्ट्रीय राजधानी रवाना होने के साथ ही वहां कांग्रेस के नेता राजद, कांग्रेस और लोजपा के साथ गठबंधन के संकेत दे रहे हैं. माकपा, भाकपा-माले और एनसीपी भी इस गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं.
लालू को अयोग्य ठहराए जाने के बाद राजद के पास लोकसभा की जहां तीन सीट है वहीं कांग्रेस के पास दो और लोजपा के पास कोई सीट नहीं है. जद यू के पास 22 सीटें और इसके पूर्व सहयोगी भाजपा के 12 सीट हैं.