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नीतीश के सुशासन पर राहुल का मिर्ची स्प्रे, जेडीयू ने ली चुटकी

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर कांग्रेस ने बांटे राहुल गांधी के तस्वीर वाली मिर्ची स्प्रे, साथ ही इंदिरा शक्ति नाम से महिला सुरक्षा ऐप भी लॉन्च किया. जेडीयू ने राहुल गांधी की तस्वीर वाली स्प्रे पर चुटकी ली है.

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कांग्रेस द्वारा वितरित राहुल गांधी के तस्वीर वाली मिर्ची स्प्रे दिखाती छात्राएं
कांग्रेस द्वारा वितरित राहुल गांधी के तस्वीर वाली मिर्ची स्प्रे दिखाती छात्राएं

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बिहार में नीतीश सरकार के सुशासन पर कांग्रेस स्प्रे करना चाहती है वो भी मिर्ची का. महिला सुरक्षा को मुद्दा बनाकार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर राहुल बिग्रेड ने पटना में लड़कियों को मिर्ची स्प्रे बांटे ताकि बिहार में महिला की सुरक्षा को लेकर हो रहे खिलावाड़ में वो अपना बचाव कर सके.

कांग्रेस की रणनीति बिहार में नीतीश कुमार के सुशासन वाली इमेज को एक्सपोज करने की है. इसी तैयारी के तहत कांग्रेस बिहार में महिला सुरक्षा को बड़ा सियासी मुद्दा बनाने की तैयारी में है. मुजफ्फरपुर कांड को लेकर नीतीश सरकार को घेरते हुए कांग्रेस ने आज महिला सुरक्षा के लिए इंदिरा शक्ति नाम का मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया. बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल में प्रदेश के अन्य बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में इस ऐप को लॉन्च किया. इस ऐप के जरिए अपने को असुरक्षित पाने वाली महिलाएं तुरंत अलार्म एक्टिवेट कर मदद हासिल कर सकेंगी.  

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शक्ति सिंह गोहिल ने इस मौके पर महिलाओं के बीच मिर्ची स्प्रे का भी वितरण किया. इस मिर्ची स्प्रे पर राहुल गांधी की तस्वीर लगी है. कांग्रेस का मानना है कि बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं. उनके साथ कहीं भी किसी भी वक्त कोई अपराधिक घटना घट सकती है, लिहाजा मुश्किल वक्त में राहुल मिर्ची स्प्रे उनकी सुरक्षा करेगा. जाहिर है कांग्रेस ने अपने इस नए सियासी दांव के जरिये इस बात का संकेत दे दिया है कि नीतीश कुमार के लिए उसकी राजनीति में कोई सॉफ्ट कॉर्नर नहीं है.

जनता दल (यू) ने मिर्ची स्प्रे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तस्वीर लगाने पर तंज कसा है. जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा है कि मिर्ची स्प्रे पर राहुल गांधी की तस्वीर है. यानी इसका इस्तेमाल ऐसे ही लोगों पर करना है. एक दूसरे ट्वीट में अजय आलोक ने कहा कि अगर ये ऐप 2006 में लॉन्च हो गया होता तो राहुल गांधी पर सुकन्या केस नहीं आता.

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