कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शकील अहमद ने नोटबंदी को भारत के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है. उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया कि देश के 63 पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कदम उठाया था. शकील अहमद ने कहा, मोदी देश भक्ति के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं. इसका सबूत राफेल डील है. हालांकि इस मामले में रिलायंस कंपनी ने उन्हें कानूनी नोटिस भी भेजा है.
बिहार के दरभंगा में पत्रकारों से बातचीत में शकील अहमद ने कहा कि एक तरफ नोटबंदी के दौरान आम लोगों के 500 और 1000 रुपये के नोट को बैंकों में जमा करने को कहा तो दूसरी तरफ पूंजीपतियों को कर्ज देकर फायदा भी पहुंचाया. उन्होंने कहा कि नीरव मोदी को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ही पैसा दिया था. इसका खुलासा भी हो गया है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी देश भक्ति के नाम पर भष्ट्राचार करते हैं, इसका सबूत है फ्रांस से लड़ाकू विमान का सौदा. इसमें मात्र बारह दिन पुरानी रिलायंस कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए उसके साथ विमान खरीद का करार हुआ. वह भी काफी महंगे दामों पर जिसे मोदी सरकार बताने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि राफेल सौदे पर सवाल पूछने को लेकर सरकार के इशारे पर रिलायंस क़ानूनी नोटिस भेज रही है.
शकील अहमद ने कानूनी नोटिस को दिखाते हुए कहा कि राहुल गांधी से लेकर शकील अहमद तक को रिलायंस कंपनी ने अब क़ानूनी नोटिस भेजा शुरू कर दिया है. मगर नोटिस भेजने से सच्चाई छिप नहीं सकती है. बता दें कि राफेल डील के मुद्दे पर अनिल अंबानी की कंपनी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दो चिट्ठियां लिखीं थीं. इसके बाद कांग्रेस के प्रवक्ताओं को लीगल नोटिस भेज दिया है.
कांग्रेस का दावा है कि यूपीए सरकार ने जिस विमान की डील की थी, उसी विमान को मोदी सरकार तीन गुना कीमत में खरीद रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस नई डील में किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर की बात नहीं हुई है. पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के मुताबिक यूपीए सरकार की डील के अनुसार, 126 में से 18 एयरक्राफ्ट ही फ्रांस में बनने थे बाकी सभी HAL के द्वारा भारत में बनने थे.