सांसद पप्पू यादव सुर्खियों में बने रहने के लिए लगातार विवादित बयान देने के लिए जाने जाते हैं. मंगलवार को भी दरभंगा पहुंचे पप्पू यादव ने एक ऐसा बयान दिया जिससे विवाद खड़ा हो गया. पप्पू यादव ने कहा कि नक्सली जवानों की नहीं बल्कि राजनेताओं की हत्या करें तो बेहतर होगा.
दरअसल पटना के बेउर जेल में 3 हफ्ते बंद रहने के बाद पप्पू यादव बाहर आ चुके हैं और बाहर आने के बाद मंगलवार को सुकमा के नक्सली हमले में शहीद जवान नरेश यादव के परिवार वालों से मिलने दरभंगा पहुंचे. शहीद नरेश यादव के परिवार वालों से मिलने पर पप्पू यादव ने उन्हें सांत्वना और 50000 रुपए की आर्थिक मदद भी की. पप्पू ने शहीद की बेटी के शादी का खर्च भी उठाने की घोषणा की.
परिवार वालों से मिलने के बाद पप्पू यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि नक्सलियों को जवानों को नहीं बल्कि देश के राजनेताओं को खत्म करना चाहिए. पप्पू ने कहा कि नक्सली को उन राजनेताओं की हत्या करने चाहिए जो देश के सिस्टम को चला रहे हैं. पप्पू का मानना था कि नक्सली को सुरक्षाबलों के खिलाफ नहीं बल्कि नेताओं के खिलाफ जंग छेड़ने चाहिए.
पप्पू ने कहा कि देश की राजनीति की पॉलिसी बहुत खराब है और गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है और जरूरतमंद लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है बल्कि उसका शोषण हो रहा है.
ऐसा पहली बार नहीं है कि देश के नेताओं को लेकर पप्पू यादव के बोल बिगड़ गए हैं. इससे पहले भी कई बार देश के भ्रष्ट नेताओं पर पप्पू यादव ने कड़ी टिप्पणी की है और उन्हें देखते ही गोली मार देने की वकालत की है.