बिहार में नीतीश कुमार की सरकार अपने सहयोगी आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर इतनी मेहरबान है कि उनके खिलाफ दर्ज एक मुकदमा वापस ले लिया है. लालू के खिलाफ पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि कानून के तहत दर्ज आचार संहिता का मामला 5 अप्रैल 2015 को दर्ज किया गया था. लालू ने अपने रोड शो की फुलवारीशरीफ की सर्कल ऑफिसर सुनीता प्रसाद की तरफ से भेजे गए एक फोटोग्राफर को वीडियोग्राफी करने से रोक दिया था, जिसके चलते ये मामला दर्ज हुआ था.
लालू के खिलाफ आईपीसी की धारा 171F, 186 और 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. 27 मई, 2015 को इस मामले में चार्जशीट फाइल की गई थी.
राज्य सरकार की अर्जी पर एक जिला कोर्ट ने बुधवार को लालू के खिलाफ इस मामले को बंद कर दिया. कुछ ही समय पहले सरकार ने आरजेडी की तरफ से बुलाए गए बंद के मामले में भी लालू और उनके दो बेटों के खिलाफ दर्ज मामले को वापस लिया था.
जुडिशियल मजिस्ट्रेट गायत्री कुमार ने सरकारी वकील की दरख्वास्त पर लालू के खिलाफ इस मामले को बंद कर दिया.