बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में बगहा शहर के नौरंगिया गोलीकांड के विरोध में वामपंथी दलों द्वारा गुरुवार को आहूत बिहार बंद का आवागमन पर असर देखा जा रहा है. राज्य के कई रेलवे स्टेशनों पर बंद समर्थकों ने रेलगड़ियां रोक दी हैं.
राज्य के विभिन्न इलाकों में सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर गए हैं. बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन सहित आरा, जहानाबाद और सीवान स्टेशनों पर बंद समर्थकों ने रेलगाड़ियां रोक दीं, जबकि गया में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के जत्थे ने सड़क पर रैली निकाली. सासाराम में भी बंद समर्थक बाजार बंद कराने के लिए निकले. बंद का ग्रामीण क्षेत्रों में भी आवागमन पर असर देखा जा रहा है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य जब्बार आलम, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के राज्य सचिव कुणाल, केंद्रीय समिति के सदस्य के. डी. यादव ने गोलीकांड के लिए बगहा के पुलिस अधीक्षक और पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें तुरंत निलम्बित करने की मांग की है.
वामपंथी दलों ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
उल्लेखनीय है कि नौरंगिया थाना क्षेत्र के अमवा कटहरवा गांव के पास सोमवार को पुलिस और नागरिकों के बीच हुई झड़प के दौरान पुलिस की गोलीबारी में छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 15 से अधिक घायल हो गए थे.