scorecardresearch
 

नीतीश का सीएम की कुर्सी छोड़ना था ड्रामा, बोले लालू

हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की चर्चा से इनकार करते हुए गुरुवार को कहा कि कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन आगे भी जारी रहेगा.

Advertisement
X
लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव

हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद ने गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की चर्चा से इनकार करते हुए गुरुवार को कहा कि कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन आगे भी जारी रहेगा.

Advertisement

अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और उम्मीदवारों के साथ लोकसभा चुनाव की समीक्षा करने के बाद लालू ने गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की गुपचुप चर्चा से इनकार किया और कहा कि कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन आगे भी जारी रहेगा.

लालू ने कहा कि बुधवार को उनकी दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की उपस्थिति में एक बैठक हुई थी. बिहार प्रदेश कांग्रेस द्वारा कल लोकसभा चुनाव को लेकर की गई समीक्षा के दौरान उसके कई नेताओं के राजद के साथ गठबंधन पर अफसोस जताया. इसके साथ ही उससे तालमेल खत्म करने के सुझाव के बारे में पूछे जाने पर राजद सुप्रीमो ने कहा कि वे नहीं जानते हैं कि कौन क्या कह रहा है और हो सकता है कि ऐसे लोग जिन्हें कांग्रेस से टिकट नहीं मिल पाया. कांग्रेस के साथ बिहार में गठबंधन भविष्य में भी जारी रहेगा.

Advertisement

लालू ने जदयू के बारे में कहा कि उसकी तुलना में उनकी पार्टी की स्थिति बेहतर रही है. जहां 25 लोकसभा सीटों पर जदयू के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, वहीं राजद के एक उम्मीदवार (पश्चिम चंपारण) की जमानत जब्त हुई. राजद ने कांग्रेस और राकांपा के साथ आपसी तालमेल के तहत बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 27 पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, जबकि कांग्रेस और राकांपा क्रमश: 12 और एक सीट पर चुनाव लड़ा था. इसमें राजद ने चार सीटों पर, कांग्रेस ने दो सीटों तथा राकांपा ने एक सीट पर विजय हासिल की.

पिछले लोकसभा चुनाव में लोजपा के साथ तालमेल कर चुनावी लड़ने वाली राजद बिहार में कुल चार सीटों पर विजयी रही, जबकि कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, जदयू इस बार के लोकसभा चुनाव में मात्र दो ही सीट जीत पाई, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के साथ तालमेल कर चुनाव लड़ने वाली बीजेपी गठबंधन इस बार बिहार में 31 सीटों पर विजयी रही.

लालू ने कहा कि राजद और उसके सहयोगी दल (कांग्रेस) ने हालांकि कम सीटें हासिल की, लेकिन उन्हें बिहार में 1.06 करोड़ मत प्राप्त हुए हैं. उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह न्यूनतम मत भी हासिल नहीं कर सकी.

Advertisement

राजद सुप्रीमो ने नीतीश कुमार के साथ प्रतिद्वंदिता समाप्त नहीं होने की बात करते हुए कहा कि राजद ने विश्वास मत के दौरान जीतन राम मांझी के पक्ष बिना शर्त मत उनके महादलित वर्ग से आने के नाते किया. उन्होंने कहा कि राजद के इस समर्थन को नीतीश ने गलत रूप में लिया और सार्वजनिक तौर पर कहा कि राबडी देवी राज्यसभा सदस्य बनना चाहती हैं. अगर उन्हें इतना घमंड है तो वह उनसे समर्थन नहीं मांगते.

लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश ने उनकी पार्टी को तोड़कर उनके तीन पूर्व विधायकों को राज्य में मंत्री बनाकर हमारे साथ अन्याय किया है, जिसे वह कभी माफ नहीं करेंगे. हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार के बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को ‘ड्रामा’ बताते हुए उन्होंने कहा, ‘नीतीश चतुर हैं.’ उन्होंने कहा कि नीतीश ने एक तरफ मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर एक महादलित समुदाय के व्यक्ति को उस कुर्सी पर बैठाकर त्याग का ड्रामा किया.

लालू ने उत्तर प्रदेश और बिहार में सामाजिक न्याय की बात करने वाली पार्टियों की हार के लिए भाजपा द्वारा सांप्रदायिक धुर्वीकरण किए जाने को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने लुभावने चुनाव प्रचार के जरिए युवाओं और अन्य लोगों की आंख में धूल झोंकने का काम किया है. राजद सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि इस चुनाव में भाजपा द्वारा पिछड़ी जाति का कार्ड भी खेला गया और उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर दंगे के बाद उसने 73 सीटें हासिल की.

Advertisement

राजद द्वारा पारित प्रस्ताव में राष्ट्रीय स्तर पर हुए सांप्रदायिक धुर्वीकरण, सामाजिक न्याय के ताकतों का बिखराव तथा सपने परोसकर मंडलवादी ताकतों को गुमराह किए जाने के कारण बिहार सहित संपूर्ण हिंदी पट्टी में अन्य गैर भाजपा गठबंधन के दलों के लोकसभा सदस्यों की संख्या, कुल प्राप्त मत एवं मत प्रतिशत में पिछले चुनाव की अपेक्षा भारी कमी दर्ज की गयी है. राजद के प्रस्ताव में कहा गया कि देश में 69 प्रतिशत और बिहार में 71 प्रतिशत मतदाताओं ने भाजपा के विरुद्ध मतदान किया है. राजद ने अपने प्रस्ताव में कहा कि वह महसूस करती है कि सभी मंडलवादी, धर्मनिरपेक्ष एवं समाजवादी विचारधारा के दलों को राष्ट्रीय स्तर पर एक मंच पर आने की आवश्यकता है.

Advertisement
Advertisement