बिहार के दरभंगा की साइकिल गर्ल ज्योति पासवान के पिता मोहन पासवान की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक के कारण आज सुबह मौत हुई है. ज्योति पासवान पिछले साल कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन में अपने पिता को साइकिल पर बिठा कर गुड़गांव से दरभंगा लाने पर सुर्खियों में आई थी. ज्योति के परिवार ने पिता की मौत की पुष्टि की है.
गौरतलब है कि पिछले लॉकडाउन के दौरान जब सबकुछ बंद था, तब लाखों लोगों ने पैदल या किसी संसाधन का जुगाड़ करके पलायन किया था. इसमें ज्योति भी थी. दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव की 13 साल की ज्योति लॉकडाउन के दौरान अपने पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बैठाकर गुड़गांव से 8 दिन में दरभंगा पहुंची थी.
पिता की हार्ट अटैक से मौत
बताया जा रहा है कि ज्योति के पिता मोहन पासवान के चाचा की मौत 10 दिन पहले हो गयी थी. उनके श्राद्ध कर्म के भोज के लिए एक मीटिंग हो रही थी. मीटिंग खत्म होने के बाद मोहन खड़े होते ही गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि मोहन पासवान की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है.
क्यों पिता को साइकिल पर गुड़गांव से दरभंगा लाई थी ज्योति
दिल्ली-एनसीआर में मोहन पासवान ऑटो चलाकर अपने परिवार पालन-पोषण करते थे. जनवरी 2020 में उनका एक्सीडेंट हो गया था. फिर ज्योति अपने पिता के पास देखभाल के लिए चली गई. इस दौरान ही पूरे देश में लॉकडाउन लग गया. इसके बाद 400 रुपया में साइकिल खरीद कर ज्योति अपने पिता को लेकर गुड़गांव से दरभंगा लौटी थी.
इवांका ट्रंप ने भी की थी तारीफ
ज्योति अपने पिता मोहन को बैठाकर 8 दिन में करीब 1300 किलोमीटर का सफर करने के बाद दरभंगा पहुंची थी. उसके इस अदम्य साहस से उसे देश-विदेश में खूब नाम मिला. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी ने भी ज्योति की तारीफ की थी. इवांका ट्रंप ने कहा था कि इस तरह का साहसिक कार्य भारत की बेटी ही कर सकती है.