बिहार में जेडीयू में चल रहे सियासी घमासान के बीच एक बार फिर
'डिनर डिप्लोमेसी' शुरू होने वाली है. हालांकि इसे विधायकों को एकजुट रखने
की कवायद भी माना जा रहा है.
जेडीयू के एक नेता की मानें तो मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद विनोद कुमार सिंह की तरफ से भोज का आयोजन किया गया है. इस भोज में पार्टी विधायकों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी शामिल होंगे.
भोज के आयोजन के एक दिन बाद ही 18 फरवरी को जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी पार्टी विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया है. चौधरी के करीबी सूत्र के मुताबिक, इस भोज के लिए दो दिन पहले से ही तैयारी चल रही हैं. भोज में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन शामिल किए जाएंगे.
इसके बाद 19 फरवरी को पटना के 7 सर्कुलर रोड स्थित नीतीश कुमार के सरकारी आवास में भी पार्टी विधायकों के लिए भोज का आयोजन किया गया है. इस भोज में जेडीयू के विधायक और विधान पार्षदों के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और सीपीएम के विधायक भी शामिल होंगे.
जाहिर है कि पिछले एक महीने से बिहार की राजनीति में डिनर 'डिप्लोमोसी' कुछ ज्यादा ही छाई हुई है. एक महीने के दौरान जहां मकर संक्रांति के मौके पर विभिन्न पार्टियों और भोज का आयोजन किया गया था, वहीं इसके बाद पूर्व मंत्री श्याम रजक, जेडीयू के सचेतक श्रवण कुमार, विधान पार्षद संजय सिंह, विधायक मंजीत सिंह और गौतम सिंह के आवास पर भी भोज का आयोजन हो चुका है.
जेडीयू मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पार्टी से निष्कासित कर चुकी है और राज्यपाल ने मांझी को 20 फरवरी को सदन में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है. इसी दिन विधानसभा का बजट सत्र भी शुरू होने वाला है.
-इनपुट IANS