बिहार में आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ की आशंका वाले इलाकों के जिलाधिकारियों को बरसात से पहले ही बाढ़ पूर्व तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं. बिहार में 15 जिले अति बाढ़ प्रभावित इलाकों में आते हैं जबकि 13 सामान्य बाढ़ प्रभावित जिले हैं.
इन इलाकों में जिलाधिकारियों को बाढ़ से बचाव और बाढ़ आने पर जान-माल की क्षति कम करने के लिए तय दिशा-निर्देशों के तहत तैयारियां शुरू किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि जिलाधिकारियों को निजी नाव मालिकों से इकरारनामा, पुरानी सरकारी नावों की मरम्मती, नई नावों के निर्माण, सीमेंट के खाली बोरों के आपूर्तिकर्ताओं की सूची और उनकी कीमतों का निर्धारण करने का भी निर्देश दिया गया है.
इसके अलावा सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे जलसंसाधन विभाग से नियमित संपर्क में रहें तथा तटबंधों का परीक्षण और संवेदनशील स्थलों की मरम्मत कराएं. इसके अतिरिक्त गांव में ऊंचे स्थानों को चिन्हित करने, ऐसे स्थानों पर हैंडपम्प लगाने तथा खराब पड़े हैंडपम्पों की मरम्मत कराने सहित जिला मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालयों को जोड़ने वाली सड़कों और उस पर बने पुल-पुलियों की मरम्मत करने का निर्देश भी दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में प्रतिवर्ष बाढ़ का आना बिहार की नियति बन चुकी है, परंतु सरकार बाढ़ से कम से कम क्षति हो इसके प्रयास कर रही है.