बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा के समय राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बड़े भूकंप के बाद भूकंप के झटके लगना स्वाभाविक प्रक्रिया है, हालांकि लोगों को सतर्क रहना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रविवार शाम आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में सभी सिविल इंजीनियरों को भी बुलाया गया था. इसके साथ ही 15 हजार फूड पैकेट नेपाल भेजे गए हैं.
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि नेपाल में फंसे लोगों को निकालने के लिए रक्सौल से पोखरा के लिए बस सर्विस शुरू करने का फैसला हुआ है. साथ ही राज्य के सभी स्कूलों को अगले दो दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया है.
बिहार में शनिवार को आए भूकंप के झटकों से घर-मकान और दीवारों के गिरने से मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 51 तक पहुंच गई, जबकि 173 लोग घायल हुए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं. नीतीश कुमार ने इस बात की पुष्टि की कि भूकंप की वजह से अभी तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है.
गौरतलब है कि बिहार में रविवार को भूकंप के ताजा झटकों के बाद समस्तीपुर में एक बच्चे की मौत हो गई, वहीं एक अन्य व्यक्ति की घबराहट से मौत होने की खबर है.
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव सुनील कुमार ने बताया कि भूकंप के कारण हुई क्षति का आकलन करवाया जा रहा है. राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये बतौर मुआवजा देने और घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है.