चुनाव आयोग बिहार चुनाव के मद्देनजर 400 'बेदाग' आईएएस अफसरों का एक पैनल बनाने की तैयारी में है. इन अफसरों की नियुक्ति बिहार चुनाव में सामान्य पर्यवेक्षकों के पद पर की जाएगी.
चुनाव आयोग ने कर्मचारियों की नियुक्ति और प्रशिक्षण (डीओपीटी) देने वाले विभाग से गुजारिश की है कि वो सदियों से इस काम के लिए उन अफसरों के नाम न बताए जो अकसर इस काम के लिए भेजे जाते रहे हैं.
चुनाव आयोग की इस पहल से इतना अंदाजा तो हो गया है कि उसने बिहार चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है. आयोग ने इस महीने की शुरुआत में ही डीओपीटी को चिट्ठी लिखकर इस काम के लिए अफसरों के पैनल की मांग की थी.
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम ज़ैदी ने इस हफ्ते की शुरुआत में बिहार चुनावों के सितंबर-अक्टूबर में होने की संभावना जताई थी. जिससे कई पार्टियों में असंतोष की लहर दौड़ गई थी क्योंकि उनका मानना था कि ये समय चुनाव करवाने के लिए ठीक नहीं है. उनका तर्क था कि सितंबर माह में उत्तरी बिहार के बड़े इलाकों में सलाना बाढ़ आने की संभावना रहती है, जबकि अक्टूबर त्योहारों से पटा रहता है.