बिहार के सारण में गोमांस ले जाने के शक में लोगों ने नसीब कुरैशी नाम के शख्स की बुरी तरह पिटाई कर दी जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
घटना सारण जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र की है जहां 7 मार्च की सुबह गोमांस ले जाने के शक में ग्रामीणों ने नसीब कुरैशी को बुरी तरह मारा. घायल व्यक्ति को बाद में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में महज 24 घंटे के भीतर 3 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य 2 नामजद और लगभग 50 अज्ञात की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
मृतक के परिजनों ने जो FIR दर्ज कराई है उसमें किसी भी तरह के मांस ले जाने की बात नहीं बताई गई है जबकि मृतक नसीब कुरैशी के भतीजे ने कैमरे पर स्वीकार किया है कि वो लोग बाइक से 8-10 किलो मांस लेकर जा रहे थे जिसे उनके परिजनों ने मंगवाया था. मांस किस जानवर का था यह फिरोज ने नहीं बताया.
मृतक नसीब कुरैशी के भतीजे फिरोज ने बताया कि वे दोनों एक ही बाइक से सीवान जा रहे थे, उन लोगों को देखकर ग्रामीणों की काफी भीड़ मारने के लिए लाठी डंडों के साथ खड़ी थी.
सरपंच की अगुवाई में मारपीट
ग्रामीणों को देखकर फिरोज गाड़ी से कूदकर भाग गया जिसके बाद ग्रामीणों ने उसके चाचा नसीब की पिटाई कर दी. ये वारदात रसूलपुर थाना क्षेत्र के योगिया गांव में हुई. फिरोज ने यह भी बताया कि ग्रामीणों का नेतृत्व स्थानीय सरपंच कर रहे थे.
इस मामले को लेकर सारण के एसपी डॉ गौरव मंगला ने बताया कि जिले के रसूलपुर थाना क्षेत्र के योगिया गांव में मस्जिद के पास 7 मार्च की दोपहर दो लोग सीवान जा रहे थे. उनको ग्रामीणों ने प्रतिबंधित मांस ले जाने के शक में पीट दिया.
पिटाई के बाद ग्रामीणों ने मांस की सूचना रसूलपुर थाना को दी. इसके बाद स्थानीय रसूलपुर थाना प्रभारी ने घायल व्यक्ति को भीड़ से छुड़ाकर इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल दरौंदा PHC भेज दिया.
इलाज के दौरान मौत
घायल की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे PHC दरौंदा से सदर अस्पताल सीवान रेफर कर दिया गया जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए पटना पीएमसीएच रेफर किया गया.
गंभीर स्थिति में इलाज के दौरान बुधवार को नसीब कुरैशी की मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में योगिया गांव के सरपंच सुशील कुमार सिंह समेत दो लोगों (रवि साह और उज्जवल शर्मा) को गिरफ्तार किया है.