बिहार की राजनीति में नए कारनामे रचने वाले मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज तक से खास बातचीत की. मांझी ने इस बातचीत में बिहार की मौजूदा सियासत को लेकर अपनी दिलचस्प राय रखी. आगे पढ़िए क्या कहा मांझी ने.
1. बेटे की गर्लफ्रेंड के साथ घूमना गलत नहीं?
शादीशुदा गर्लफ्रेंड के साथ घूमने में कुछ गलत नहीं है. दिल्ली, बिहार में भी लोग दूसरों की बीवी के साथ घूमते हैं. शादी के बाद भी दोस्त होने में कुछ गलत नहीं है. मर्द गर्लफ्रेंड रख
सकता है तो महिलाएं क्यों नहीं. बीवी के साथ घूमने वाले सिर्फ 10 फीसदी लोग होते हैं. ये निजी मामला है, इसे हम तूल नहीं देना चाहते हैं. लड़का और लड़की अगर बालिग है और
अपनी समझ से घूमते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है.
2. शरद यादव अध्यक्ष पर असंवैधानिक ढंग से हैं?
मुझे जेडीयू से निकालने का हक किसे है. ये तो संवैधानिक मसला है.
शरद यादव, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, वह खुद गलत हैं. पार्टी का संविधान है कि अध्यक्ष दो बार के बाद तीसरी बार नहीं हो सकता. मगर शरद हुए हैं. ये सारी बातें पेन पेपर पर थीं, उनकी
अकल पर छोड़ा गया था. सब जानिबे ही करते हैं आप लोग.
3. राष्ट्रपति से मिलने फर्जी लोग विधायक बनकर गए थे?
विधायक मेरे साथ हैं. नीतीश कुमार दिल्ली गलत लाए
थे विधायकों को. 30-40 तो विधायक थे ही नहीं. आयोग के सदस्य और चेयरमैन थे. फर्जी कार्ड पर आए थे. सिक्युरिटी ने छीना था.
4. मुझे जान से मारने की धमकी दी नीतीश के
विधायक ने
मैं कहता हूं कि हाथी के खाने और दिखाने के दांत अलग अलग हैं. नीतीश के पास बाहुबली हैं. संसाधन हैं. मांझी के लिए उनका एक मेंबर कहता है कि मैं मार दूंगा. तो
जब सीएम को मारने की धमकी दे सकता है. तो विधायक की क्या हस्ती. इसीलिए मैं कहता हूं कि सदन में विश्वास मत के मसले पर गुप्त मतदान हो जाएगा तो सब सामने आ
जाएगा.
5. विधायकों को राष्ट्रपति शासन का झूठा डर दिखाया नीतीश ने?
अभी इससे ज्यादा क्या हो सकता है. कि इतने विधायक आए. कहां ठहरे, कितना पैसा खर्च हुआ. कोई
नहीं जानता. नीतीश चाहते थे कि वोटिंग तक सबको यहीं रोककर रखें. विधायकों को झूठा डर दिखाया गया कि कि जीतन राम मांझी बिहार में राष्ट्रपति शासन लाना चाहते हैं.
विधानसभा भंग करना चाहते हैं.
6. हम फकीर हैं
बिहार की 99 जनता मेरे साथ है. हम फकीर हैं. हमारे पास कोई नहीं है. सिर्फ एक है कि बिहार की 99 फीसदी जनता है. आप जाकर पता लगा लीजिए गांव घर, कस्बा टोला. आपके यहां भी बहुत ड्राइवर होंगे. उनसे
पूछिए मेरे बारे में. आज सब बिहार में नीतीश कुमार के नाम पर हाय हाय कर रहा है कि गरीबों की सरकार को वह डिस्टर्ब कर रहे हैं.
7. मैंने नीतीश को धोखा नहीं दिया
नीतीश कह रहे हैं कि जीतन राम धोखा दिय़ा. मुख्यमंत्री बनने का बात 14 महीने के लिए हुआ. उसे बीच में तोड़ने की बात क्यों हुई. बिहार ने वोट जेडीयू के नाम पर वोट डाला. जिसमें
शरद जी भी थे. जीतन जी भी थे. एक चेहरा तो होता है. अगर नीतीश के नाम पर ही वोट गिरा है तो वह क्यों घबरा रहे हैं. जनता के बीच चलें.
8. आपके साथ कितने
विधायक?
सबको विधायक की गिनती गलत बताई जा रही है. नीतीश विधान परिषद का सदस्य लिए घूम रहे हैं. विधानसभा के 42 विधायक हमारे साथ हैं. मैं बीजेपी वालों के
बारे में कुछ नहीं कहता. मैं उनसे नहीं मिलता. भारत सरकार के लोगों से मिलता हूं. नरेंद्र मोदी से विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई. स्वच्छता पर बात हुई. कुछ हिडन एजेंडा भी होता है.
अभी हम 42 कह रहे हैं. कुछ दिन में 62 हो जाएगा. राजद और जदयू के लोग साथ आएंगे. राजद के 11 से 13 हमारे साथ हैं. कांग्रेस के 6 में 3 साथ हैं. लेकिन ये सब अभी सामने नहीं
आना चाहते. इसीलिए गुप्त मतदान करवाया जाए. ये हम चाहते हैं.
9. मुझसे पहले की सरकारों में घूसखोरी थी
मांझी सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग के दौरान पैसा नहीं लग रहा
था. उसके पहले लग रहा था. अब हम किसी का नाम नहीं लेंगे. ठेकेदार में भी पैसा चलता था. पहले होता था. मैं कह रहा हूं. मेरे समय में नहीं होता. शुरू में हो सकता है कि हो. जब हम
सत्ता में सचमुच में कमांड किया तो इस चीज को रुकवा दिया.