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बिहार: गेस्ट हाउस में चल रहा था फर्जी थाना, 500 रुपए प्रतिदिन पर काम कर रहे थे नकली पुलिसवाले

बिहार के बांका में पुलिस ने गेस्ट हाउस में चल रहे एक फर्जी थाने का पर्दाफाश किया है. उस फर्जी थाने में नकली वर्दी में कई लोग काम कर रहे थे. नकली दारोगा ने बताया कि उन्हें इस काम के लिए हर दिन बतौर दिहाड़ी 500 रुपये मिलते थे.

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बांका में फर्जी थाने का भंडाफोड़
बांका में फर्जी थाने का भंडाफोड़

बिहार के बांका में बुधवार को अहले सुबह पुलिस ने छापेमारी कर शहर के अनुराग गेस्ट हाउस में फर्जी तरीके से संचालित हो रहे नकली थाने का पर्दाफाश किया है. छापेमारी में पुलिस ने पुलिस की फर्जी वर्दी में एक युवक और युवती को भी गिरफ्तार किया है.

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नकली दरोगा बनी युवती अनिता देवी के पास से एक देसी कट्टा भी बरामद किया गया है. उसने बताया कि ये कट्टा उसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सीखने के लिए दिया गया था. उसने दावा किया कि उसकी बहाली झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कहने पर हुई है.

फर्जी पुलिस थाने में मुंशी का काम कर रहे फुल्लीडुमर के लौढिया गांव के रहने वाले रमेश कुमार और सुल्तानगंज के खानपुर की रहने वाली जुली कुमारी को भी हिरासत में लिया गया है.       फर्जी पुलिस

भागलपुर जिले के खानपुर में रहने वाले आकाश कुमार को भी पुलिस वर्दी और अन्य कई कागजात के साथ गिरफ्तार किया गया है. पुलिस द्वारा पूछताछ में सभी आरोपियों ने बताया कि वो अपने सीनियर ऑफिसर भोला यादव के निर्देश पर काम कर रहे थे. आरोपी भोला यादव फुल्लीडुमर इलाके का रहने वाला है.

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आरोपियों ने बताया कि काम के एवज में उन्हें हर दिन 500 रुपये दिहाड़ी मिलती थी. पुलिस ने गेस्ट हाउस से इनके निजी रसोईया को भी गिरफ्तार किया है और फिलहाल पूछताछ में जुटी हुई है.

इस मामले को लेकर एसडीपीओ डी. सी. श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी पुलिस गिरोह का संचालन करने वाला मुख्य सरगना अभी फरार है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. (इनपुट - प्रिया रंजन)

 

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