बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर फिटनेस चैलेंज स्वीकार करने की आलोचना को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कम से कम राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे अविवाहित नेताओं को फिटनेस चैलेंज स्वीकारना चाहिए.
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और मेक-इन इंडिया से लेकर योग दिवस तक ऐसे कई कार्यक्रमों को प्रोत्साहन दिया, जिनका संबंध राजनीति से नहीं, बल्कि सबके कल्याण की भावना से था. कांग्रेस-आरजेडी ने इन सबका विरोध कर स्वयं अपनी किरकिरी कराई. कम से कम राहुल-तेजस्वी जैसे अविवाहितों को तो फिटनेट चैलेंज से नहीं कतराना चाहिए'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से विराट कोहली के फिटनेस चैलेंज स्वीकार करने की आलोचना की थी. तेजस्वी यादव ने कहा कि मुद्दे को भटकाने के लिए बीजेपी के नेताओं ने फिटनेस के फंडे का सहारा लिया है. साथ ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने का चैलेंज दिया था.
डिप्टी सीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कुमारस्वामी ने भले ही बहुमत साबित कर दिया, लेकिन कांग्रेस ने पूरे पांच साल के लिए समर्थन नहीं देने की बात कर उलटी गिनती भी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि केवल बीजेपी-विरोध के लिए एकजुट लोग ज्यादा दिन सरकार नहीं चला सकते. मोदी कहा कि सोनिया गांधी से गले मिलने के बाद मायावती के मन में अगर पीएम-उम्मीदवार बनने की महत्वाकांक्षा पनप रही है, तो क्या राहुल गांधी सपने देखना छोड़ देंगे? बेंगलुरु की एकता परेड के बाद सपने देखने वालों की लिस्ट लंबी होने वाली है.