बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. राज्य के कई जिले अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं. यहां के वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड में हालात काफी गंभीर हो चुके हैं. स्थिति ये है कि यहां एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचने के लिए घुटनों तक भरे पानी में पैदल चलना पड़ा.
दरअसल, लालगंज प्रखंड स्थित रेफरल अस्पताल पिछले एक सप्ताह से जलमग्न है. बुधवार को जब ममता नाम की महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो गांव की आशा दीदी और अपनी सास के साथ वह लालगंज रेफरल अस्पताल पहुंची. लेकिन यहां चारों तरफ पानी था. इतना ही नहीं अस्पताल में स्ट्रेचर या अन्य सुविधा भी नजर नहीं आई, ऐसे में ममता ने बाढ़ के पानी से चलकर अस्पताल पहुंचने का फैसला किया.
200 मीटर घुटने तक पानी में पैदल चली ममता
ममता अपने परिजनों के साथ पैदल चलकर अस्पताल पहुंची. ममता ने पैदल ही 200 मीटर की दूरी किसी तरह पार की और अस्पताल पहुंची. ममता कुमारी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें पहले बच्चे के जन्म में इतनी विकट परिस्थितियों में अस्पताल पहुंचना पड़ेगा.
मजबूरी में पैदल चलकर आना पड़ा
ममता कुमारी ने बताया कि इस हालात में मुझे अस्पताल पहुंचने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा है मगर मजबूरी में उन्हें इस तरह आना पड़ा. वहीं, ममता की सास सुनैना देवी ने कहा, गांव में काफी दिक्कत हुई. बहू को लेकर काफी परेशानी के बाद अस्पताल तक पहुंच सके.
यहां ऐसा ही कुछ मंगलवार को पिंकी देवी के साथ हुआ. वे जब रात के वक्त लालगंज रेफरल अस्पताल पहुंची तो पानी में पैदल चलकर अस्पताल पहुंचना पड़ा. उन्होंने अगले दिन बेटे को जन्म दिया.
उफान पर है गंडक नदी
बिहार में गंडक नदी उफान पर है. नदी का जलस्तर काफी बढ़ा है. यहां मंगलवार रात को इलाके का जाफराबाद बांध टूट गया उसके बाद लालगंज में गंडक आफत बनकर टूट गई. सैकड़ों गांव डूब गए हैं. हजारों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.