बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंगलवार को विधानसभा में दिए गए विवादित बयान पर बवाल मचा हुआ है. जहां बीजेपी इस बयान को लेकर नीतीश पर निशाना साध रही है. तो वहीं महागठबंधन में नीतीश की सहयोगी राजद उनके बचाव में उतर आई है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बाद उनकी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश के बयान पर सफाई दी है.
पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने कहा, गलती से उनके मुंह से निकल गया. उन्होंने इस बयान के लिए सदन में माफी मांगी है. विपक्ष को सदन चलने देना चाहिए. नीतीश ने अपने बयान पर पछतावा किया. वे गलती से बोल गए. इससे पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार का बचाव किया था. उन्होंने विवाद बढ़ने पर कहा था, मुख्यमंत्री के बयान को दूसरे नजरिए से देखना सही नहीं है और वो केवल सेक्स एजुकेशन की बात कर रहे थे जिसकी पढ़ाई स्कूलों में भी होती है.
क्या कहा नीतीश ने?
दरअसल नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोल रहे थे और इसी दौरान महिलाओं को लेकर उन्होंने विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी. इसे समझाने के लिए सीएम नीतीश ने कहा, 'लड़की पढ़ लेगी, तो जब शादी होगा. तब पुरुष रोज रात में करता है ना. उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है. लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत ..., उसको .... कर दो. इसी में संख्या घट रही है.'
बीजेपी- AIMIM ने नीतीश को घेरा
बीजेपी बिहार ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भारत की राजनीति में नीतीश बाबू जैसा अश्लील नेता नहीं देखा होगा. नीतीश बाबू के दिमाग में एडल्ड बी ग्रेड फिल्मों का कीड़ा घुस गया है. सार्वजनिक रूप से इनके द्विअर्थी संवादों पर पाबंदी लगानी चाहिए. लगता है संगत का रंगत चढ़ गया है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. उन्होंने विधानसभा में जिस तरह का अमर्यादित बयान दिया है, उससे वो सभ्य समाज का प्रतिनिधित्व करने लायक नहीं रह गए हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
नीतीश कुमार की विधानसभा में महिलाओं पर कई की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी आपत्ति जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है. आज तक के इतिहास में किसी ने भी अब तक इस तरह की भद्दी टिप्पणी नहीं की होगी. उन्होंने महिलाओं को लेकर जिस तरह की अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया है, वह बहुत दुर्भावनापूर्ण है. उन्हें तुरंत पद से इस्तीफा देना चाहिए. देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. मैंने पहले भी कहा है कि जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. वह अब मुख्यमंत्री के लायक नहीं रह गए हैं. ऐसे व्यक्ति को राजनीति में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
ओवैसी बोले- बयान वल्गर है
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं पर दिए गए बयान पर AIMIM चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भड़क गए हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश का बयान वल्गर है. विधानसभा पवित्र जगह होती है. वो आम रोड पर बैठकर या किसी घर में बैठकर गुफ्तगू करने की जगह नहीं है.
विवाद बढ़ने पर नीतीश ने माफी मांगी
नीतीश कुमार ने विधानसभा में सेक्स एजुकेशन को लेकर दिए अपने भाषण को लेकर कहा कि मैंने तो महिलाओं की शिक्षा की बात की थी. हमने यूं ही ये बातें कह दी थीं, अगर कोई आहत हुआ है तो मैं माफी मांगता हूं. इसके बाद सीएम नीतीश ने सदन में भी माफी मांगी है.
नीतीश ने कहा कि हम महिलाओं की शिक्षा पर जोर देते हैं. अगर मेरी किसी बात से तकलीफ हुई है तो अपने शब्द वापस लेता हूं. मैं अपनी खुद निंदा करता हूं. मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं बल्कि दुख भी प्रकट कर रहा हूं. वहीं विपक्ष के विधायक इस दौरान सदन में हंगामा किया.