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IPS आदित्य कुमार सस्पेंड, दोस्त के जरिए डीजीपी को धमकाने का आरोप, 13 अफसरों का ट्रांसफर

बिहार सरकार ने मंगलवार को दो आईपीएस अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है. दोनों पर ही गंभीर आरोप थे, जिसकी वहज से विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर बना हुआ था. एक अफसर पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप था तो दूसरे के दोस्त ने जज बनकर डीजीपी को पर अफसर के खिलाफ चल रहे केसों को बंद करने के लिए कहा था.

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आदित्य कुमार पर अपने दोस्त अभिषेक (बाएं) से डीजीपी को फोन कराने का है आरोप (फाइल फोटो)
आदित्य कुमार पर अपने दोस्त अभिषेक (बाएं) से डीजीपी को फोन कराने का है आरोप (फाइल फोटो)

बिहार सरकार ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार और पूर्णिया के वर्तमान एसपी दयाशंकर को सस्पेंड कर दिया है. गृह विभाग से निर्देश मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है. आदित्य कुमार 2011 बैच के आईपीएस अफसर हैं. उन पर आरोप है कि जब वह गया के एसएसपी थे, तब उन्होंने शराब माफिया को संरक्षण दिया था. इस मामले की जांच मगध रेंज के आईजी आदित्य लोढ़ा ने की थी, जिन्होंने आरोपों को सही पाया था. इसके बाद गया के फतेहपुर थाने में आदित्य कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.

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इसके अलावा आदित्य कुमार के दोस्त अभिषेक अग्रवाल ने अपने फोन से पटना हाई कोर्ट चीफ जस्टिस बनकर डीजीपी एसके सिंगल आदित्य कुमार के खिलाफ सभी केस बंद करने के निर्देश दिए थे. इस मामले में अभिषेक अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है.

वहीं पूर्णिया के एसपी दयाशंकर पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप है. हाल ही में विजिलेंस टीम ने पूर्णिया एसपी के आवास व अन्य जगहों पर रेड मारी थी. छापेमारी में उनके सरकारी आवास से करीब 28 लाख के जेवरात, पटना के निजी आवास से करीब 40 लाख रुपये के आभूषण बरामद हुए थे. इसके अलावा करीब 4.58 लाख कैश भी मिला था.

डीजीपी को ऐसे हुए शक

अभिषेक अग्रवाल ने डीजीपी से बात करने के लिए फर्जी सिम कार्ड और नए मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था. प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह खुलासा हुआ है कि अग्रवाल बार-बार व्हाट्सएप पर डीजीपी एसके सिंघल को फोन करता था और तभी डीजीपी सिंघल ने मामले को संदिग्ध पाया और 24 घंटे के भीतर मामले को सुलझाने वाली आर्थिक अपराध इकाई को जांच सौंपी. अग्रवाल को उसके तीन अन्य सहयोगियों गौरव राज, राहुल रंजन और शुभम कुमार के साथ गिरफ्तार किया गया.

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13 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर

बिहार सरकार ने अपने दो आईपीएस पर एक्शन लेने के बाद पुलिस महकमे में बड़े फैमाने पर भी ट्रांसफर कर दिया. आदेश के तहत एसपी दयाशंका को निलंबित करने के बाद 2012 बैच के आईपीएस आमिर जावेद को पूर्णिया का नया एसपी बनाया गया है. 

1998 बैच के आईपीएस अधिकारी एमआर नायक को मगध क्षेत्र का नया आईजी बनाया गया है. 1998 बैच के आईपीएस केएस अनुपम को गृह विभाग का विशेष सचिव बनाया गया है वहीं 2003 बैच के आईपीएस विकास वैभव को विशेष सचिव गृह विभाग के पद से हटाकर आईजी सह कमांडेंट होमगार्ड और अग्निशमन सेवा में तैनात कर दिया है. इसके अलावा गया के आईजी विनय कुमार को आईजी मुख्यालय पटना और 2000 बैच के आईपीएस गणेश कुमार को आईजी तकनीकी सेवा में भेज दिया है.

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