बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट 'गंगा ड्राइव वे' पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने नीतीश सरकार को उसे मिल रही धमकी के बारे में बताया है. अब कंपनी को डर है कि जिस तरीके से दरभंगा में इंजीनियर की हत्या की गई, वैसा ही कुछ यहां न हो जाए. इसलिए प्रोजेक्ट पर रात में काम बंद कर दिया गया है.
नीतीश को खत भी लिखा
नीतीश को उस कंपनी (BSC C&C) ने खत भी लिखा है. कंपनी ने कहा है कि उसके 6000 कर्मचारी खौफ में हैं. इसलिए वे काम को तय समयसीमा के भीतर पूरा नहीं कर पाएंगे. कुछ दिन पहले इसके दो इंजीनियरों की दरभंगा में हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से ही नीतीश सरकार पर दोबारा जंगलराज लाने का आरोप लगता रहा है और कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.
पटना का मरीन ड्राइव
इस प्रोजेक्ट को पटना का मरीन ड्राइव कहा जा रहा है. 23.5 किलोमीटर लंबे इस गंगा ड्राइववे प्रोजेक्ट पर नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी काम कर रही है. इसने नीतीश सरकार से शिकायत की है कि कुछ गुंडे रंगदारी मांग रहे हैं. नीतीश ने 3200 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट की आधारशिला अक्टूबर 2013 में रखी थी. यह ड्राइववे दीघा और दीदारगंज को जोड़ने वाला है. इसके बनने के बाद 2 घंटे की दूरी 20 मिनट में तय हो जाएगी.
अब मांगी तीन लेयर की सुरक्षा
दूसरी ओर BSC C&C कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो इंजीनियरों से 75 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी. यह रकम न देने पर इंजीनियरों की हत्या कर दी गई थी. कंपनी ने अपने इंजीनियरों के लिए तीन लेयर की सुरक्षा की मांग की है. कहा है कि सुरक्षा प्रदान नहीं की गई तो काम तय वक्त में पूरा नहीं हो पाएगा.