Giriraj Singh Vs Nitish Kumar: बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार हो चुका है. इसमें जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का खास ध्यान रखा गया है. नीतीश कैबिनेट में मंगलवार को 31 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
राजद, जदयू और कांग्रेस गठबंधन की सरकार पर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसा है. गिरिराज सिंह ने कहा कि यह अच्छी बात है कि नीतीश ने युवराज (तेजस्वी यादव) की बात को काटा नहीं, बल्कि आगे बढ़कर 10 लाख को 20 लाख कर दिया है. लेकिन उन्हें जनता को ये भी बताना चाहिए कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा? क्या जेल से आएगा. नीतीश को उनकी इस योजना का ब्लू प्रिंट बताना चाहिए.
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि नीतीश को 2024 में मुख्यमंत्री पद से हटना है. इसलिए वे कुछ भी वादा करने से पीछे नहीं हट रहे हैं. एक बार फिर नीतीश के सीएम बनने पर गिरिराज ने कहा कि उन्हें पहली बार मुख्यमंत्री बीजेपी ने ही बनाया था और आखिरी बार भी भाजपा ने ही बनवाया है. फिलहाल का राजनीतिक घटनाक्रम तो बीच का एक इंटरवल है.
नीतीश कुमार के 2024 में प्रधानमंत्री पद के दावेदार होने की बात पर गिरिराज सिंह ने कहा कि
बीजेपी में प्रधानमंत्री पद खाली नहीं है और नीतीश पीएम क्या सीएम बनने के लायक भी नहीं हैं. वो आज तक अपने दम पर अपनी पार्टी को जिताकर सीएम नहीं बने हैं. गिरिराज ने आगे कहा कि नीतीश ने एक बार अकेले चुनाव लड़कर देख लिया. तब उन्हें सिर्फ 2 सीट मिली थीं.
गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार अमरलता की बेल की तरह हैं. वो हमेशा दूसरे पेड़ के सहारे ही फलते-फूलते हैं. बात तो तब हो जब वो अपने दम पर फलें-फूलें. गिरिराज से जब तेजस्वी के उनकी चोटी को लेकर दिए गए बयान पर सवाल किया गया तो गिरिराज ने कहा, 'हाथ जोड़कर निवेदन है. आप युवराज हैं. मैं किसान का बेटा हूं. आप मुझे गाली दें, आपको अधिकार है. लेकिन मेरी संस्कृति को गाली न दें. हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति को गाली देकर दिखाइए. दरअसल, तेजस्वी ने कहा था कि चोटी रख लेने से कोई विद्वान नहीं हो जाता है.
बता दें कि मंगलवार को ही नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है. इसमें पिछड़ा और अतिपिछड़ा समुदाय से सबसे ज्यादा मंत्री बनाए गए हैं. वहीं, दलित-मुस्लिम और सवर्ण जातियों को तकरीबन बराबर प्रतिनिधित्व दिया गया है. आरजेडी ने भले ही सत्ता की कमान नीतीश कुमार को सौंप दी हो, लेकिन मंत्रिमंडल में जेडीयू से ज्यादा जगह ली है. कांग्रेस का कद पिछली बार से घट गया है.