देश में एकजुट हो रहे विपक्षी दलों पर सत्ताधारी दल बीजेपी के हमले लगातार तेज हो रहे हैं. सोमवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षी दलों की तुलना अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से कर दी. इससे पहले रविवार को बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने महागठबंधन की तुलना पाकिस्तान के आतंकवादी हाफिज सईद से की थी.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'माओवादी, जातिवादी, सामंतवादी और ओसामावादी सभी राष्ट्रवादी गठबंधन (NDA) के ख़िलाफ़ एकजुट हो गए हैं. लेकिन विकास की अविरल गंगा में बहते हुए NDA की नाव नियत गति से 2019 का पड़ाव अवश्य पार करेगी.'
शुभप्रभात
माओवादी,जातिवादी,सामन्तवादी और ओसामावादी सभी राष्ट्रवादी गठबंधन(NDA)के ख़िलाफ़ एकजुट हो गए हैं।लेकिन विकास की अविरल गंगा में बहते हुए NDA की नाव नियत गति से 2019 का पड़ाव अवश्य पार करेगी।
— Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) June 4, 2018Advertisement
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट में लिखा कि भले ही विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं लेकिन विकास के मुद्दे को लेकर चल रहा एनडीए गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव का पड़ाव को जरूर पार करेगा.
हाफिज से महागठबंधन की तुलना
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इससे पहले हाफिज सईद के भाषण का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था जिसमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने की बात कर रहा है. इस वीडियो को पोस्ट करते हुए संबित ने लिखा, 'इसमें कोई नई बात नहीं है कि महागठबंधन 2019 में मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकना चाहता है, ऐसे कई अन्य लोग भी हैं जो यही चाहते हैं. हाफिज सईद खुलेआम नरेंद्र मोदी का खून बहाने की बात कर रहा है.'
It’s not just the not yet formed “महागठबंधन” that desperately wants to stop India from having Modi as it’s PM in 2019 ..there are others as well..desperately trying for d same!
Hafiz Saeed openly saying that he will shed blood of Narendra Modi https://t.co/Zdw0qY8i7c via @YouTube
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 3, 2018
बता दें कि 14 सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजों में बीजेपी को विपक्षी एकजुटता ने करारा झटका दिया है. कैराना और नूरपुर सीट हारने के साथ-साथ बीजेपी की कई सीटों पर विपक्षी दलों ने कब्जा जमाया है. इससे पहले कर्नाटक में भी विपक्षी एकता की वजह से बीजेपी की सरकार ढाई दिन में गिर गई थी. ऐसे में इस महागठबंधन को 2019 के चुनाव में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है.