बिहार के एक गांव की रहने वाली खुशबू को उसके ही पिता और सौतेली मां ने जिंदा जला दिया क्योंकि उसने शादी करने की बजाय आगे पढ़ाई की इच्छा जताई थी. बाप और सौतेली मां द्वारा जिंदा जलाई गई खुशबू की बीती पांच फरवरी को पटना मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई.
खुशबू के बड़े भाई अमृत राज ने एफआईआर में कहा है कि उसके पिता सुनील ठाकुर, सौतेली मां पूनम देवी और अन्य रिश्तेदारों ने मिलकर खुशबू को इसलिए जिंदा जला दिया क्योंकि उसने शादी से मना कर दिया था. वो आगे पढ़ना चाहती थी. पटना से 35 किलोमीटर दूर मसौढ़ी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले पुरानी बाजार की रहने वाली खुशबू बारहवीं में पढ़ने वाली एक होनहार छात्रा थी.
मसौढ़ी पुलिस स्टेशन के एसएचओ अरुण कुमार अकेला ने बताया कि खुशबू की मौत जलने से हुई है. उन्होंने कहा, 'हम उसकी मौत की परिस्थिति के बारे में पड़ताल कर रहे हैं. इसके लिए हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.' पुलिस को दी गई एफआईआर में खुशबू के भाई अमृत ने कहा है कि उसकी बहन आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन पिता और सौतेली मां ने दो महीने पहले नौबतपुर के रहने वाले एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से उसकी शादी तय कर दी थी.
जब खुशबू को ये बात पता चली तो उसने शादी से इनकार कर दिया जिससे उसके पैरेंट्स बहुत नाराज हुए थे. भाई का आरोप है कि उसके बाद से ही उसे घर में काफी प्रताड़ित किया जाने लगा और बीती तीन फरवरी को उसके पिता और सौतेली मां उसे जिंदा जला कर फरार हो गए. बाद में लड़की को लोकल हॉस्पिटल ले जाया गया जहां से उसे गंभीर हालत में पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस ने अमृत की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है. इस मामले के सारे आरोपी फिलहाल फरार है.