बिहार के गया में 105 फीट गहरे बोरवेल में ढाई साल की लड़की गिर गई. बच्ची की रोने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ लग गई. आनन-फानन में स्थानीय स्तर पर जेसीबी से बच्ची को निकालने की कोशिश की जा रही थी. इसी दौरान बच्ची की मौत बोरवेल में ही हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने इसका विरोध किया.
मामला अमकोला पंचायत के मसौधा गांव का है. यहां के रहने वाले मृतक मासूम के पिता अरविंद यादव ने बताया कि वह अपने घर के बाहर बोरवेल कराया था. मगर, उससे पानी नहीं निकला. इस वजह से उसे खुला ही छोड़ दिया गया और बोरवेल को ढका भी नहीं गया. इसी दौरान ढाई साल की उनकी बेटी आकांक्षा खेलते-खेलते बोरवेल में जा गिरी.
बच्ची की रोने की आवाज सुन ग्रामीणों की लगी भीड़
गड्ढे में गिरने के बाद घर के लोगों को तब जानकारी हुई, जब बच्ची की रोने की आवाज आई. इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ लग गई. जेसीबी से निकालने की कोशिश की जा रही थी कि बच्ची की मौत हो गई. बोरवेल 105 फीट गहरा था. मगर, उनकी बेटी 10 फिट पर जाकर फंस गई थी.
मामले में SDM ने कही ये बात
एसडीएम अनुग्रह नारायण सिंह ने बताया कि मोहनपुर प्रखंड के मसौंधा में अरविंद यादव अपने घर के बाहर बोरिंग कराया था और उसको खुला ही छोड़ दिया था. उसमें ही रविवार को बच्ची खेलते-खेलते जा गिरी. बोरबेल की गहराई 105 फिट थी और बच्ची 10 फिट में जाकर फंस गई थी. स्थानीय लोगों को जब घटना के बारे में पता चला, तो निकालने की कोशिश की जा रही थी. मगर, बच्ची की मौत बोरवेल में ही हो गई.