बिहार की राजधानी पटना में पुलिस महानिदेशक से अपने भाई को अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने की गुहार लगाने अपने अब्बा और अम्मी के साथ आ रही एक बच्ची के हाथ अपराधियों ने काट डाले.
दरभंगा जिले के लहरियासराय थाना क्षेत्र के बेता गांव के रहने वाले ऐनुल अंसारी अपने परिवार के साथ शुक्रवार रात रेलगाड़ी से राजेन्द्रनगर टर्मिनल पर उतर कर जा रहे थे कि अपराधियों ने उनकी 10 वर्षीय पुत्री उजमा आरा को अपने कब्जे में लेकर उसका दायां हाथ काट दिया.
पुलिस के अनुसार घायल उजमा का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. दर्जी (टेलर) का काम करने वाले ऐनुल ने शनिवार को बताया कि उसके चार वर्षीय पुत्र का अपहरण दरभंगा के ही बॉबी खान और उसके गुर्गे ने एक महीने पूर्व कर लिया है. इस मामले को लेकर उसने लहरियासराय थाने में मामला भी दर्ज करवाया है, परंतु पुलिस द्वारा कोई कारगर पहल नहीं हुई.
उन्होंने कहा कि अपराधियों को उसने अपने पुत्र को रिहा करने के एवज में दो लाख रुपए भी दिए, परंतु अब वे एक लाख रुपए की और मांग कर रहे हैं. ऐनुल ने बताया कि इसकी शिकायत करने वह पटना पुलिस महानिदेशक के पास जा रहे थे कि अपराधियों के गुर्गों द्वारा उनकी बेटी के हाथ काट दिए गए. उजमा अपने भाई के अगवा होने के मामले में गवाह बताई जा रही है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.