बिहार के शहरी विकास मंत्री की मानें तो राज्य की राजधानी पटना में मेट्रो चलने का ख्वाब साल 2016 तक हकीकत में बदल सकता है. मेट्रो परियोजना 40 किलोमीटर के दायरे में होगी. इस पर 8,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी. शहरी विकास मंत्री प्रेम कुमार ने रविवार को कहा कि पटना में मेट्रो रेल निर्माण के लिए रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (आरआईटीईएस) सर्वेक्षण करेगी.
प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार ने पटना में मेट्रो रेल के सर्वेक्षण कार्य की जिम्मेदारी आरआईटीईएस को सौंपने का निर्णय लिया है. हमारा लक्ष्य कम से कम पटना के एक हिस्से में 2016 तक मेट्रो रेल चलाने का है.
उन्होंने कहा कि यह परियोजना 40 किलोमीटर दूरी आच्छादित करेगी और इस पर 8,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
मंत्री ने कहा कि राज्य कैबिनेट के औपचारिक स्वीकृति के बाद शहरी विकास विभाग ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. आरआईटीएस पटना में मेट्रो रेल के लिए तकनीकी और आर्थिक सर्वेक्षण शुरू करेगा.
सरकार को आशा है कि सर्वेक्षण का काम चार महीने में पूरा हो जाएगा और परियोजना पर 2014 में काम शुरू हो जाएगा.
प्रेम कुमार ने स्वीकार किया कि पटना में मेट्रो रेल के निर्माण में देरी हुई. उन्होंने कहा कि अब, हम आगे बिना देरी के काम में तेजी लाएंगे. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना को मेट्रो रेल का तोहफा देने के लिए उत्सुक हैं.