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बिहार की बाढ़: अररिया का जोकीहाट बना टापू

हाईवे टूट जाने से जोकीहाट का अररिया जिला मुख्यालय के साथ किशनगंज से भी संपर्क टूट गया है. जोकीहाट के 27 पंचायत किशनगंज और अररिया मुख्यालय से बिल्कुल कट चुका है. सड़क संपर्क टूट जाने के कारण लोगों के पास भोजन और पानी की विकराल समस्या बन गई है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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NH-327 पर बाढ़ के कहर की वजह से कई इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. उन इलाकों में पहुंचना मुश्किल है. 1987 के बाद यह सबसे विकराल बाढ़ मानी जा रही है. बाढ़ का पानी निकल जाने के बाद अब लोग भूख की समस्या से परेशान हो रहे हैं.

हाईवे टूट जाने से जोकीहाट का अररिया जिला मुख्यालय के साथ किशनगंज से भी संपर्क टूट गया है. जोकीहाट के 27 पंचायत किशनगंज और अररिया मुख्यालय से बिल्कुल कट चुका है. सड़क संपर्क टूट जाने के कारण लोगों के पास भोजन और पानी की विकराल समस्या बन गई है.

जोकीहाट में चूड़ा 50 से 100 रुपये किलो बिक रहा है. हरी सब्जियों में चठेल 70 रुपये और परवल 100 रुपये प्रति किलो मिल रहे हैं. वही मिलावटी पेट्रोल लोग 200 रुपये प्रति लीटर लोग खरीदने को मजबूर हैं. सड़क संपर्क टूट जाने से राहत कार्य नहीं के बराबर हो रहा है. आपूर्ति नहीं होने से आने वाले दिनों में स्थिति और खराब हो सकती है.

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अररिया जिला आपदा पदाधिकारी शम्भू कुमार सड़क कट जाने का रोना रो रहे हैं. अररिया से जोकीहाट के बीच 6 पुल तरह ध्वस्त हो चुके हैं. भंगिया पुल, बोरिया पुल, बेलवा पुल मजगमा पुल, अररिया जीरो माइल समेत कई अन्य पुल टूट चुके हैं. अररिया में बाढ़ की तबाही में 40 से अधिक लोगो की मौत की खबर है.

 

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