आरजेडी के बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट उनकी जमानत रद्द करता है तो वो जेल जाने को तैयार हैं. 'आजतक/इंडिया टुडे' से बातचीत में शहाबुद्दीन ने खुद को कानून और न्यायपालिका का सम्मान करने वाला इंसान बताया.
बता दें कि शुक्रवार को बिहार सरकार और चंद्रकेश्वर प्रसाद ने शहाबुद्दीन की जमानत रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. चंद्रकेश्वर प्रसाद के तीन बेटों की हत्या के पीछे कथित तौर पर शहाबुद्दीन का हाथ बताया जा रहा है. उधर, सीवान प्रशासन ने भी बिहार सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शहाबुद्दीन के जेल से लौटने के बाद से सीवान में दहशत का माहौल है.
शहाबुद्दीन ने कहा, 'ये कोर्ट का मामला है. कोर्ट ने ही मुझे जमानत दी है. अगर कोर्ट मुझे दोबारा जेल जाने के लिए कहता है तो मैं तैयार हूं. ये मेरे लिए मुद्दा नहीं है. आखिर क्यों नहीं मैं जेल जाऊंगा. मैं कानून का पालन करने वाला देश का नागरिक हूं.'
जब शहाबुद्दीन से पूछा गया कि क्या उनकी रिहाई को लेकर आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच खिंचाव आ गया तो जवाब मिला, 'मेरी वजह से बिहार के दो नेताओं के बीच कोई खिंचाव नहीं है और ना ही ऐसा महसूस करने की कोई जरुरत है. सिर्फ मीडिया ही ऐसा दिखा रहा है. दोनों नेताओं के बीच तनाव की कोई संभावना भी नहीं है.'
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद के बेटे तेज प्रताप यादव की कथित शार्प शूटर मोहम्मद कैफ और जावेद मियां के साथ फोटो संबंधी विवाद पर शहाबुद्दीन ने कहा, 'उनकी तस्वीरें पत्रकार राजदेव रंजन और सीवान के डीएम के साथ भी सामने आई हैं. इसका मतलब क्या सभी का संबंध शार्पशूटर से है?'
शहाबुद्दीन ने एक बार फिर दोहराया कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद उनके इकलौते नेता हैं.