बिहार कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में वरीय आईएएस अधिकारी और आयोग के चेयरमैन सुधीर कुमार की गिरफ्तारी से नाराज आईएएस एसोसिएशन ने सोमवार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के किसी भी मौखिक आदेश को मानने से इनकार कर दिया है. सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद कड़े तेवर दिखाते हुए एसोसिएशन ने यह भी फैसला किया है कि वह गिरफ्तार आईएएस अधिकारी के समर्थन में सोमवार से अपने बाजुओं पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे.
सीबीआई से जांच कराने की मांग
शुक्रवार को स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने सुधीर कुमार को करोड़ों रुपए के प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार किया था. इसी के विरोध में रविवार को एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर IAS एसोसिएशन के सदस्यों ने यह फैसला किया. मीटिंग के बाद 110 आईएस अधिकारियों ने राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और मांग की के प्रश्न पत्र लीक मामले को जल्द से जल्द सीबीआई को सौंप देना चाहिए ताकि इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच हो सके.
सुधीर कुमार के समर्थन में मानव श्रृंखला
एसोसिएशन का मानना था कि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने गलत तरीके से सुधीर कुमार और उनके परिवार वालों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. एसोसिएशन के मुताबिक सुधीर कुमार एक ईमानदार अधिकारी हैं और उन्हें इस केस में फंसाया जा रहा है. राज्यपाल से मिलने के बाद आईएएस अधिकारियों ने राजभवन के बाहर सुधीर कुमार के समर्थन में मानव श्रृंखला भी बनाई.
मामले में दो दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी
गौरतलब है कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग के प्रश्न पत्र लीक मामले में अब तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें आयोग के सचिव परमेश्वर राम भी शामिल हैं. इस पूरे मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया था. जांच टीम का दावा है कि उनके पास सुधीर कुमार के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं, जिसके बाद ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है. सुधीर कुमार फिलहाल जेल में बंद हैं.