जन सुराज पदयात्रा के मोतिहारी अधिवेशन में जनता के सामाने प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर मुझे सरकार में शामिल होना होता तो आज फोन करते और कल शपथ ले लेता. मुझे सरकार में नहीं जाना है, मुझे ऐसी व्यवस्था बनानी है जिसे बिहार के सही लोग मिलकर बनाएं और आगे सभी लोग मिलकर चलाएं.
प्रशांत किशोर ने आगे कहा, जन सुराज का नेता वो बनेगा जो बिहार का सबसे काबिल होगा. ऐसा नहीं है कि मैं इस अभियान को सूत्रधार कर रहा हूं तो मैं इसका नेता बन जाऊंगा. बिहार में जो सबसे अच्छा आदमी होगा. वही इसका नेता बनेगा. महात्मा गांधी कहां एक बार से ज्यादा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने. तो कांग्रेस आगे चली न? ठीक उसी प्रकार जन सुराज भी आप सभी लोगों का दल होगा.
मोतिहारी में हुई वोटिंग
बता दें कि इससे एक दिन पहले भी मोतिहारी के हवाई अड्डा मैदान में जन सुराज अभियान के पूर्वी चंपारण जिले का अधिवेशन हुआ था. इस अधिवेशन में जन सुराज के पार्टी बनने, लोकसभा चुनाव लड़ने और बिहार की सबसे बड़ी समस्या के मुद्दे पर मतदान हुआ. इस मतदान में कुल 3936 वोट डाले गए. इनमें से 3875 लोगों ने पार्टी बनने के पक्ष में वोट डाला तो वहीं 61 लोगों ने मतदान के जरिए कहा कि पार्टी नहीं बननी चाहिए.
पार्टी बनाने को लेकर क्या है लोगों की राय
साथ ही अगर पार्टी बनती है तो क्या 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए, इस सवाल के जवाब में कुल 3691 वोट पड़े. इसमें से 3515 लोगों ने कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए और 176 लोगों ने लोकसभा चुनाव लड़ने के खिलाफ वोट किया. बिहार की सबसे बड़ी समस्या के सवाल पर, 50 प्रतिशत लोगों ने बेरोजगारी और पलायन को सबसे बड़ी समस्या बताया. वहीं 33 प्रतिशत लोगों ने भ्रष्टाचार और 17 प्रतिशत लोगों ने किसानों की बदहाली को समस्या बताया. कार्यक्रम के समापन पर मतदान के नतीजे सबके सामने रखे गए और मतों की गिनती भी मीडिया और लोगों के सामने की गई.
रविवार को हुए इस अधिवेशन में पूर्वी चंपारण जिले के जन सुराज से जुड़े सभी 27 प्रखंडों से हजारों लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बने. कार्यक्रम की शुरुआत वोटिंग से हुई. इसके बाद मंच पर विशिष्ट अतिथियों का आगमन और संबोधन हुआ. इसके बाद प्रशांत किशोर ने जन सुराज की सोच और विजन के बारे में अपनी बातों को रखा. इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा था, मेरी एक ही महत्वाकांक्षा है कि अपने जीवनकाल में बिहार को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल देख सकूं.