बिहार में तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर राजनीति गर्म है. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा है कि अब बिहार की राजनीति में डिप्टी सीएम तेजस्वी का इस्तीफा या उन्हें पद हटाया जाना एक बड़ा मुद्दा बन गया है. उन्होंने कहा कि कोई दागी नेता कैसे सीएम के पीछ बैठ सकता है. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा सत्र में बीजेपी इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से उठाने वाली है.
सुशील मोदी ने बताया कि 28 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र से ठीक पहले बीजेपी ने चर्चा के लिए 26 जुलाई को एक बैठक भी बुलाई है. उन्होंने कहा कि लालू यादव और उनके परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर आरजेडी की ओर से अब तक सफाई नहीं दी गई है जबकि जेडीयू बार-बार तेजस्वी मामले पर सफाई मांग रही है.
विधानसभा सत्र से पहले सुशील मोदी ने कहा है कि जब तक आरजेडी अपने नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सफाई नहीं देती है तब तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी जाएगी. गठबंधन पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से भ्रष्टाचारियों का साथ दिया है ऐसे में उनसे कोई उम्मीद करना बेकार है.
सरकार को चेतावनी देते हुए सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव से सस्पेंड करने के अलावा नीतीश कुमार के पास और कोई विकल्प नहीं है. उनका कहना है कि आरजेडी तेजस्वी को बचाने पर अड़ी हुई है लेकिन उनके खिलाफ गंभीर मामला दर्ज है और उन्होंने अब कर बेनामी संपत्ति के मामले में सफाई नहीं दी है.
शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से नीतीश कुमार की मुलाकात पर भी सुशील मोदी ने निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई की ओर चार्जशीटेड हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस्तीफा नहीं ले सके तो वह तेजस्वी को इस्तीफा देने के लिए कैसे कह सकते हैं. सुशील ने आरोप लगाया कि दरअसल नीतीश कुमार उस दोराहे पर खड़े हैं जिसमें एक रास्ता नैतिकता तो दूसरा भ्रष्टाचारियों के संरक्षण की ओर जाता है, अब यह नीतीश कुमार तो तय करना है कि उन्हें किस रास्ते पर आगे बढ़ना है.