अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं या ट्रेन पकड़ने की जल्दी में प्लेटफॉर्म पर हैं और कोई अनजान शख्स आपका टिकट देखना चाहता है तो सावधान हो जाइए. क्योंकि आप न सिर्फ बेटिकट हो सकते हैं, बल्कि आप ऐसी ठगी के शिकार बन सकते हैं, जिससे आपको ट्रेन में बेइज्जती सहने के साथ ही जुर्माना और जेल भी हो सकती है. दरअसल बिहार के दरभंगा में एक ऐसे गिरोह का भंड़ाफोड़ हुआ है जो लोगों का टिकट बदलकर ठगी करता था. यह गिरोह यात्री को बातों में उलझाकर असली टिकट को नकली टिकट से बदल देता था और असली टिकट काउंटर पर वापस करके उसके पैसे भुना लेता था.
भले ही ऐसी ठगी सुनने में अटपटी लगे, लेकिन इसके शिकार सैंकड़ों लोग हो चुके हैं. लेकिन एक यात्री की चौकस निगाहों ने आखिरकार इस गिरोह का भंड़ाफोड़ कर दिया. जब दरंभगा से कल्याण जा रहे नौशाद का टिकट बदला गया तो उसे शक हो गया और उसने तुरंत पुलिस को इसकी शिकायत की और पुलिस ने उस गिरोह को रंगे हाथों पकड़ लिया. नौशाद का टिकट बदलने वाला शख्स उसका टिकट कैंसल कराने की फिराक में था और उसे पुलिस ने टिकट काउंटर से गिरफ्तार कर लिया. एक बदमाश के पकड़ में आने के बाद रेलवे पुलिस ने उस गिरोह का भंड़ाफोड़ किया, जिसका काम ही थी भोले-भाले और गरीब लोगों का कभी सहयात्री बनकर तो कभी फर्जी टीइटी बनकर टिकट बदलना था. ये गिरोह बिहार के कई स्टेशनों पर सक्रिय है और पिछले कई सालों से रेलवे पुलिस के लिए सरदर्द बना हुआ था.
दरअसल शुक्रवार रात भी गिरोह के एक सदस्य ने मुंबई जाने वाले यात्री नौशाद को निशाना बनाया. नौशाद ने कल्याण के दो टिकट और लोकमान्य तिलक टर्मिनल के दो टिकट खरीदे. टिकट देखने के बहाने गिरोह के एक सदस्य ने नौशाद से टिकट ले लिए और पलक झपकते ही नौशाद का असली टिकट लेकर उसे नकली पकड़ा दिए. नौशाद को शक तब हुआ जब उसने सभी टिकटों पर एक ही दाम लिखा देखा. नौशाद की समझदारी के बूते पुलिस ने उसका टिकट बदलने वाले को टिकट काउंटर से गिरफ्तार कर लिया. बदमाश की निशानदेही पर ही पुलिस ने रात को दो और लोगों को धर-दबोचा. इन बदमाशों के पास से 60 फर्जी रेल टिकट, 10 मोहर सहित कई संदिग्ध चीजें बरामद हुईं.
पकड़े गए बदमाश के अनुसार वह कई सालों से ये काम कर रहा था. आरोपी के मुताबिक कई और गैंग हैं, जो सिर्फ इसी काम में लगे हैं. दरभंगा-समस्तीपुर मंडल में इस ठग गिरोह ने पिछले काफी दिनों से उत्पात मचा रखा था, ये गिरोह ज्यादातर गरीब और खासकर दूर जाने वाले यात्रियों को अपना निशाना बनाता था.