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पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने रची जेल ब्रेक की साजिश, दर्ज कराई गई FIR

पूर्व विधायक अनंत सिंह पर आरोप लगा है कि उनके समर्थक कैदियों ने बेऊर जेल पर कब्जा करने और कुख्यात कैदियों को भगाने की साजिश रची थी. आरोप ये भी है कि जेल के वार्डन से बैरक की चाबी छीन ली गई थी. जेल अधीक्षक का आरोप है कि यह जेल ब्रेक की ये पूरी साजिश थी. फिलहाल, अनंत सिंह समेत 31 कैदियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है.

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पूर्व विधायक अनंत सिंह की फाइल फोटो.
पूर्व विधायक अनंत सिंह की फाइल फोटो.

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. आर्म एक्ट समेत अन्य मामलों में पहले से जेल में बंद अनंत सिंह के खिलाफ एक नई एफआईआर दर्ज हो गई है. दरअसल, पटना के बेऊर जेल में रविवार को भारी हंगामा हुआ था. इस हंगामे के बाद बेऊर जेल प्रशासन ने पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. 

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जेल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने बेऊर जेल पर कब्जा करने और कुख्यात कैदियों को भगाने की साजिश रची थी. आरोप है कि जेल के वार्डन से बैरक की चाबी छीन ली गई थी. जेल अधीक्षक की तरफ से यह आरोप लगाया गया है कि यह जेल ब्रेक की साजिश थी.

अनंत सिंह समेत 31 पर केस दर्ज

रविवार को हुए हंगामे को लेकर बेऊर जेल प्रशासन ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह समेत 31 कैदियों ने जेल में बड़ी साजिश रची थी. इन सबके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. पटना के बेऊर थाने में बेऊर जेल अधीक्षक की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, जेल के कर्मियों पर दबाव बनाने और कैदियों को भगाने के इरादे से अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने हमला किया था. इन कैदियों ने जेल को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की थी.

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क्या हुआ था बेऊर जेल में 

जानकारी के मुताबिक, बेऊर जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह ने आरोप लगाया था कि उनके वार्ड और बैरक को रात में खुला छोड़ दिया गया था. अनंत सिंह और उनके समर्थकों का आरोप था कि जेल प्रशासन वहां बंद कुछ कैदियों के साथ मिलकर उनकी हत्या कराना चाहता था. अनंत सिंह ने सुबह जब अपने वार्ड और बैरक को खुला देखा, तो जेल में बवाल मच गया था. वह अपने समर्थक कैदियों के साथ धरने पर बैठ गए. इस दौरान जेल कर्मियों से अनंत सिंह के समर्थक कैदियों की भिड़ंत भी हुई. 

एफआईआर में क्या हैं आरोप?

बेऊर थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आरोप है कि अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने कक्षपालों के साथ मारपीट की. इस मारपीट में जेल के प्रशासनिक पदाधिकारी और कक्षपाल समेत कुल 11 लोग घायल हुए थे. इन सभी का इलाज जेल के ही अस्पताल में चल रहा है. 16 जुलाई की सुबह जेल खुलते ही अनंत सिंह और उनके समर्थकों ने डिवीजन खंड में तैनात वार्डन पाल अनिरुद्ध कुमार बैठा के साथ मारपीट की और वहां बीच-बचाव करने पहुंचे सहायक अधीक्षक भूटेश कुमार को भी जमकर पीटा. 

इतना ही नहीं जेल के सेल में अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने कक्षपाल संजीव कुमार साह और गौतम कुमार को भी बुरी तरह से मारा. आरोपियों ने सेल की चाभी भी छीन ली और बंदियों को बाहर निकाल दिया. अनंत सिंह और उनके समर्थक कैदियों ने जेल में खूब बवाल किया और सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ डाले.

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हंगामा कर रहे कैदियों को जब जेल उपाधीक्षक राजेश कुमार सिंह और दूसरे पदाधिकारी समझाने पहुंचे, तो उनके साथ भी मारपीट की गई. इस मारपीट में जेल उपाधीक्षक राजेश कुमार सिंह, सहायक उपाधीक्षक भूटेश कुमार, सहायक अधीक्षक कौशल किशोर प्रसाद, सहायक अधीक्षक नीरज कुमार रजक, कक्षपाल संजीव कुमार साह, अनिल कुमार बैठा, भरत कुमार, गौतम कुमार, संदीप कुमार, संतोष कुमार और रोशन कुमार घायल हो गए.

एफआईआर में किसका-किसका नाम

जेल प्रशासन की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में पूर्व विधायक अनंत सिंह के अलावा गेंडा, गंगा गौतम, गौतम कुमार उर्फ चीकू दया, गौतम कुमार(पिता-छेदी राय), मो. आफताब आलम, अफताब, फिरोज उर्फ मो. फिरोज, पिंटू यादव उर्फ राहुल यादव, साजन कुमार, सन्नी कुमार, रॉकी कुमार उर्फ नीतीश कुमार, गौतम कुमार, करण कुमार, करण सिन्हा, राजू कुमार, रितेश कुमार, संजीव कुमार उर्फ छोटू, नीरज कुमार उर्फ बादशाह, गेन्हारी यादव, नीतीश यादव, पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार, नवल राय उर्फ बुद्धिया, अतुल राज, सौरभ कुमार गुप्ता, बलदेव सिंह, साहिल राज उर्फ साहिल राज शर्मा उर्फ टिशू, बबलु कुमार उर्फ बबलु, शिवम कुमार शर्मा, कन्हैया सिंह और दिवाकर यादव को आरोपी बनाया गया है.

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