बिहार में जमीन का फर्जीवाड़ा कितना बड़ा है, इसका एक जीवंत उदाहरण रविवार को पटना से 40 किमी दूर बिहटा में दिखा. यहां एक किसान की जमीन खरीदकर विवादों में फंसे राज्य पुलिस के एडीजी इतने खफा हुए कि उन्होंने सरेआम राज्य सरकार को गुंडा करार दे दिया. एड़ीजी अशोक कुमार सेठ ने सरेआम नीतीश सरकार को कुशासन की सरकार और गुंडागर्दी करने वाली कह दिया.
सिविल डिफेंस के एडीजी अशोक कुमार सेठ इतने गुस्सा हुए कि ना भीड़ का ख्याल रहा और ना ही पद का. अपनी पत्नी के साथ 25 कट्ठे की जमीन पर पहुंचे एडीजी अशोक सेठ का गुस्सा तब सांतवें आसमान पर पहुंच गया, जब उन्होंने देखा कि उनकी जमीन पर प्रशासन ने रास्ता बना दिया है और वहां से ट्रैक्टर और ट्रॉलियां गुजर रही हैं. अशोक कुमार सेठ के शब्द कुछ ऐसे थे- 'बाहर कर, उधर से ले उधर से, हमारी जमीन पर कैसे चला आया, बाहर कर, हम अपने रास्ते से नहीं जाने देंगे, गुंडागर्दी बहुत हो गई.'
एडीजी साहब इसलिए खफा थे, क्योंकि उन्होंने लाखों रुपये की वो विवादित जमीन खरीद ली, जिसे खरीदा नहीं जा सकता था. दरअसल, 2010 में पुलिस के इस अफसर ने बिहटा में 25 कट्ठे का एक प्लॉट खरीदा था. लेकिन जब वो उस जमीन पर कब्जा लेने 2013 में गए तो पता चला कि जिस किसान से उन्होंने ये जमीन खरीदी वो 2002 में ही सरकार को बेचकर उसकी कीमत ले चुका है. वो जमीन बिहार इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी की थी.
गलत जमीन खरीदकर फंसे एडीजी साहब अपनी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं हैं और अब जब उस पर अलग-अलग कंपनियों ने अपना निर्माण शुरू किया तो एडीजी साहब इसे लेकर आग-बबूला हो गए और मौके पर मौजूद एसडीओ से भिड़ गए. उन्होंने एसडीओ से कहा कि वे अपनी जमीन को किसी भी सूरत में जाने नहीं देंगे.