बिहार की राजधानी पटना में शनिवार को 'इंडिया टुडे स्टेट ऑफ द स्टेट कॉन्क्लेव-बिहार' का आयोजन किया गया. जिसमें बिहार के विकास की रफ्तार और उसकी उम्मीदों पर चर्चा करने के लिए कई दिग्गजों ने हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी शामिल थे. कार्यक्रम के अंत में स्टेट ऑफ स्टेट बिहार रिपोर्ट को लॉन्च किया गया.
वहीं नीतीश कुमार ने उन जिलों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया है. इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों और उन जिलों को शामिल किया गया है, जिन्होंने अच्छा सुधार किया है. बता दें कि पहली स्टेट ऑफ स्टेट की स्टडी जुलाई 2016 में झारखंड में की गई थी. जिसके बाद उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में स्टडी की गई और अब बिहार के जिलों का जायजा लिया गया.
ये है अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिलों की लिस्ट
कैटेगरी | सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन | सबसे ज्यादा सुधार |
शिक्षा | किशनगंज | लखीसराय |
स्वास्थ्य | रोहतास | कैमूर |
पानी और सफाई | बेगूसराय | नवादा |
इंफ्रास्ट्रक्चर | शेखपुरा | मधेपुरा |
कानून और व्यवस्था | दरभंगा | औरंगाबाद |
कृषि | बक्सर | जमुई |
उद्योग | मुंगेर | अरवल |
सर्विस | मुजफ्फरपुर | मधुबनी |
समृद्धि | पटना | शिवहर |
ऑवरऑल | पटना | किशनगंज |
कार्यक्रम के आखिरी सत्र में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिरकत करते हुए समापन भाषण दिया. नीतीश ने मुख्यमंत्री के रूप में नवंबर, 2005 में कुर्सी संभालने से लेकर अब तक बिहार में अपने नेतृत्व में हुए विकास और सामाजिक बदलाव का खाका पेश किया. इस दौरान उन्होंने न्याय के साथ विकास की नीति की चर्चा की और यह भी कहा कि सिर्फ जुबान चलाकर नहीं बल्कि काम करके राजनीति होगी. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात रखी.