इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट्स बिहार के मंच पर राज्य के गवर्नर लालजी टंडन ने कहा ने बिहार के आर्थिक, सामाजिक और शिक्षा पर अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग बदलाव के मूड में नजर आ रहे हैं.
लालजी टंडन ने कहा,' बिहार के सभी विश्वविद्यालय का चांसलर हूं. विश्वविद्यालय जाता तो वहां की अस्त-व्यस्त हालत देखकर क्रोध आता है. मैं अगर जिक्र करूंगा तो बात बिगड़ेगी.'
उन्होंने कहा कि थोड़े ही समय में बिहार के विश्वविद्यालयों में संदेश पहुंच गया है कि बदलो या जाओ. अब लग रहा है कि लोग बदलाव के मूड में नजर आ रहे हैं.
इंडिया टुडे ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर राज चेंगप्पा ने इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट्स बिहार कार्यक्रम की शुरुआत की. राज्य के गवर्नर लालजी टंडन ने SoS Bihar के मंच से संबोधन किया. लालजी टंडन ने कहा कि देश के आर्थिक विकास को समझने के लिए स्टेट ऑफ स्टेट्स का मंच एक अहम पहल है.
हालांकि टंडन ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि मीडिया को मौजूदा दौर में रोल निगेटिविटी से प्रभावित है. टंडन के मुताबिक 100 अच्छे काम मीडिया के हेडलाइन्स में जगह नहीं पाते, लेकिन 1 गलत काम सुर्खियां बनती हैं.
लालजी ने कहा कि कुछ दिनों पहले बिहार एक बीमारू राज्य था और कई दोष यहां पैदा हो गए थे. टंडन ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अच्छा काम किया गया और अब राज्य इस श्रेणी से बाहर आ चुका है.
स्टेट ऑफ स्टेट का मंच बिहार की राजधानी पटना में सज रहा है. दिनभर चलने वाले इस कॉन्क्लेव में SoS बिहार मंच पर राज्य में विकास की रफ्तार, उसके सामने मौजूद चुनौतियों समेत राज्य सरकार के आला मंत्री और अधिकारी और अन्य क्षेत्रों के खास लोग चर्चा करेंगे.
दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन के स्वागत भाषण से हुई. दिनभर अलग-अलग सत्रों में बिहार सरकार में मंत्री, राज्य सरकार के जिला स्तर के अधिकारियों के अलावा उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी शिरकत करेंगे. कार्यक्रम में कई चर्चित लेखक, नेता और पत्रकार भी शामिल होंगे.
कार्यक्रम के अंत में स्टेट ऑफ स्टेट बिहार रिपोर्ट को लांच किया जाएगा. इसके अलावा अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन होगा. SoS Bihar अवार्ड राज्य के विकास में उत्कृष्ट योगदान करने वालों को दिया जाएगा.