केंद्र सरकार के अग्निवीर योजना का वैसे तो पूरे देश में छात्र विरोध कर रहे हैं, लेकिन बिहार में ये प्रदर्शन सबसे ज्यादा हिंसक रहा. प्रदर्शनकारी अब तक दर्जनों ट्रेनों और बसों को वहां जला चुके हैं. हिंसा को और भड़कने से रोकने के लिए बिहार सरकार ने राज्य के 15 जिलों में इंटरनेट सेवा को सस्पेंड कर दिया है जिसमें बक्सर भी शामिल है.
ऐसे में इंटरनेट के आदी हो चुके कुछ युवाओं ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है. बक्सर में युवा इंटरनेट चलाने के लिए गंगा किनारे का सहारा ले रहे हैं जहां यूपी से सटा हुआ क्षेत्र होने की वजह से उन्हें नेटवर्क मिल रहा है.
दरअसल बक्सर का गंगा किनारा यूपी का इलाका है, ऐसे में यूपी का नेटवर्क गंगा किनारे आसानी से काम कर रहा है जिसका वहां के स्थानीय युवक फायदा उठा रहे हैं. यूपी के मोबाइल नेटवर्क से फायदा उठाने की जुगत में गंगा घाट के किनारे दर्जनों युवक इकट्ठा हो रहे हैं.
वहां मौजूद युवाओं ने कहा कि प्राइवेट नौकरी करने वाले और जरूरी चीजों को लेकर इंटरनेट सेवा बंद होने से काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में यूपी के नेटवर्क का ही अब सहारा बचा है.
बिहार में बीते चार दिनों से लगातार हो रही हिंसा और आगजनी को लेकर अब सवाल उठ रहा है कि क्या इंटरनेट पर लगी पाबंदी 19 जून के बाद भी आगे बढ़ेगी या इसे हटा लिया जाएगा.
बता दें कि रविवार को तीनों सेना ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया है कि अग्निवीर स्कीम को वापस नहीं लिया जाएगा और जिन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज होगी उन्हें अग्निवीर बनने का मौका नहीं मिलेगा.
384 ट्रेन रद्द
अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच विभिन्न राज्यों में अलग-अलग रूट्स पर रेल सेवा बाधित है. एक तरफ जहां बिहार के हाजीपुर जोन की ट्रेनें प्रभावित हैं, तो वहीं कोलकाता और हावड़ा रूट पर भी रेल सेवाएं बाधित हैं.
पूर्व-मध्य रेलवे (East Central Railway) के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, आज यानी 19 जून को 384 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. वहीं, कुछ ट्रेनों के खुलने के समय में परिवर्तन किया गया है. पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती ने ट्रेनों से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा कि यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए रेल प्रशासन दुखी है.
700 करोड़ का हो चुका है नुकसान
अग्निपथ योजना के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन कई जगहों पर काफी हिंसक हो चुके हैं. अलग-अलग जगहों पर करीब 12 ट्रेनों को नुकसान पहुंचाने की खबर है. इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक अब तक 60 बोगियों और 11 इंजन को फूंका जा चुका है. इस तरह इस विरोध प्रदर्शन में अब तक करीब 700 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे संपत्ति का नुकसान हो चुका है.
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