कथित इस्लामिक उपदेशक डॉ. जाकिर नाइक के बिहार से रिश्ते की बात सामने आई है. अपने भड़काऊ भाषणों के जरिए मुस्लिम नौजवानों का ब्रेन वॉश कर उन्हें आतंक के लिए उकसाने के मामले में चर्चा में आए नाइक ने बिहार का दौरा भी किया था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अब एफसीआरए मामले में नई जांच का सामना कर रहे जाकिर नाइक के बिहार से मजबूत लिंक की बात एजेंसियों की जांच में सामने आई है.
सुरक्षा एजेंसियों ने इंडिया टुडे से बताया कि एनआईए ने नाइक की कई किताबें , आलेख और तस्वीरें-पोस्टर्स बारमद की हैं. साल 2011 में हुए दरभंगा मॉड्यूल आतंकी हमले के दौरान से मिलता जुलता संदर्भ देखकर एजेंसी दंग रह गई.
दरभंगा से गिरफ्तार आतंकियों के पास नाइक की किताबें
रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन मुजाहिदीन के करीब 14 आतंकियों को साल 2010 से 2014 के बीच दरभंगा से गिरफ्तार किया
गया था. सुरक्षा एजेंसियों की गिरफ्त में इस दौरान सऊदी अरब में रह रहे आतंकी फैसल महमूद भी आया था.
लाइब्रेरी से चलता था इंडियन मुजाहिदीन का ऑपरेशन
दिलचस्प बात है कि सभी गिरफ्तारियों में एक लाइब्रेरी का रिश्ता सामने आया था. सभी आतंकी नियमित तौर पर इस लाइब्रेरी
का इस्तेमाल करते थे. दरभंगा के इस दार-उल-किताब सुन्ना लाइब्रेरी के बारे में रिपोर्ट है कि इंडियन मुजाहिदीन के दरभंगा
मॉड्यूल का संचालन इसी लाइब्रेरी से किया जाता था.
लाइब्रेरी में लगातार आता था यासीन भटकल
सुरक्षा एजेंसियों ने इस लाइब्रेरी को सीज किया तो इसमें से जाकिर नाइक के लेख, किताबें और कुछ संबंधित सामान बरामद
हुए थे. एजेंसियों ने बताया कि साल 2012 बिहार-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार इंडियन मुजाहिदीन के फाउंडर यासीन भटकल भी
इस लाइब्रेरी में लगातार आता जाता रहता था.
गांधी मैदान बम धमाके का भी नाइक से रिश्ता
तब बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की गांधी मैदान, पटना रैली में हुए बम धमाके के बाद गिरफ्तार
किए गए संदिग्ध आतंकियों के पास भी जाकिर नाइक की वैसी ही किताबें और तस्वीरें बरामद की गई थी.
किशनगंज में नाइक ने की थी मुस्लिमों की रैली
जाकिर नाइक ने साल 2012 में बिहार के सीमावर्ती जिला किशनगंज में मुस्लिमों की एक रैली भी आयोजित की थी. दरभंगा
के स्थानीय वार्ड काउंसलर मुन्ना खान ने बताया कि एनआईए टीम ने यहां जांच के दौरान कई किताबें और सीडी जब्त की थी.
दरभंगा का नाम आतंकवाद से जुड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर जाकिर नाइक की किताबें यहां बरामद हुई हैं, तो इसे और गहराई से
जांच की जरूरत है.
स्थानीय लोगों ने कहा- इस्लाम को शर्मिंदा करता है नाइक
उन्होंने कहा कि एनआईए टीम ने जिन किताबों को जब्त किया है उनका इस्तेमाल मुस्लिम नौजवानों का ब्रेन वॉश करने के लिए किया जाता था. खान के मुताबिक नाइक के भड़काऊ भाषण नौजवानों को जिहादी बनने के लिए उकसाने और मजहब के तौर पर इस्लाम को शर्मिंदा करने वाले हैं.
मुफ्ती ने किया नाइक की किताबों का बचाव
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के सदस्य मुफ्ती एजाज अरशद कासमी ने लाइब्रेरी से जाकिर नाइक की किताबें बरामद होने
का बचाव किया. उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक की किताबों पर कोई पाबंदी नहीं है. वह किसी भी लाइब्रेरी में मिल सकती है.
इसके आधार पर शक पैदा कर लाइब्रेरी को सील नहीं किया जा सकता. कोई भी शख्स नाइक की किताबें रख सकता है और
इसमें कुछ भी गलत नहीं है.