जेडीयू-बीजेपी के गठबंधन टूटने का जख्म चार महीने गुजर जाने के बाद भी दोनों दलों के नेताओं के मन से भरा नहीं है नहीं है. शायद यही वजह है कि सार्वजनिक मंच पर जेडीयू और बीजेपी विधायक भिड़ गए.
जेडीयू विधान पार्षद और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री देवेश चन्द्र ठाकुर ने वैशाली जिले के महनार विधायक को भरे मंच से आसाराम की उपाधि दे दी. देवेश चन्द्र ने बीजेपी विधायक अच्युतानंद सिंह को सलाह दे दी की आसाराम जेल में है और उनकी जगह खाली है. अच्युतानंद जी उस जगह पर फिट बैठते है. तिलमिलाए बीजेपी विधायक अच्युतानंद सिंह ने भी देवेश चन्द्र और पुरे जदयू को आसाराम के चरित्र का बता दिया. इतना ही नहीं बीजेपी विधायक अच्युतानंद ने नसीहत देने वाले जेडीयू पार्षद के पारिवारिक परिवेश पर भी सवाल खड़ा कर दिया.
दरअसल पूरा मामला कुछ यूँ हुआ की वैशाली के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के मंत्री वृषण पटेल और पूर्व मंत्री देवेश चन्द्र ठाकुर के साथ वैशाली के भाजपा विधायक राय , महेंद्र बैठा और अच्युतानंद सिंह एक ही मंच पर थे. अपनी बारी आने पर बीजेपी विधायक ने प्रदेश में जदयू सरकार की विफलताओ की चर्चा शुरू कर दी. अपनी बारी आने पर देवेश चन्द्र ने पहले तो स्थापना दिवस के मंच पर राजनीतिक चर्चा के लिए बीजेपी विधायक को नसीहत दी फिर उन्हें आसाराम की जगह चले जाने की सलाह दे दी.
देवेश चन्द्र के टिप्पणी से बीजेपी विधायक कितने तिलमिलाए हुए थे इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस मसले पर मीडियाकर्मियो के बात करने पर कैमरे को बंद कराने को गिरगिराने लगे. हालांकि सभा के बाद जेडीयू मंत्री वृषण पटेल ने इसे हल्का-फुल्का मजाक कह मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया.
समय का फेर है कभी आसाराम के चरणों में लोटने वाले राजनीतिज्ञ आज आसाराम का नाम सुन बिफर जा रहे है.