वसंत पंचमी के मौके पर देश के कई हिस्सों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. बिहार में सरस्वती पूजा को लेकर काफी धूम रहती है. लेकिन मूर्ति विसर्जन के दौरान अक्सर विवाद और हिंसा की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला बिहार के शेखपुरा जिले का है. अरियरी थाना के सनैया गांव में सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस में डीजे बजाया जा रहा था लेकिन इसे बंद करने के विवाद में जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष अमित वशिष्ठ उर्फ नंदकिशोर कुशवाहा की मौत हो गई.
इतना ही नहीं इस दौरान दो गुटों के बीच गोलीबारी और पत्थरबाजी भी हुई. इस वजह से एक दर्जन से अधिक लोग इस हिंसक झड़प में जख्मी हो गए हैं.
क्या है मामाला?
शनिवार शाम अरियरी थाना के सनैया गांव में कुछ लोग मूर्ति विसर्जन के लिए गाजे-बाजे के साथ जा रहे थे. इस दौरान वे लोग तेज आवाज में डीजे बजा रहे थे. मुहल्ले के लोगों ने विसर्जन के लिए जा रहे लोगों से डीजे बंद करने को कहा.
जिसके बाद पहले तो कहा-सूनी हुई, लेकिन देखते ही देखते विवाद बढ़ गया. दोनों दलों के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई. कुछ लोगों ने बंदूक निकालकर फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उनपर पत्थर से हमाला कर दिया.
गोलीबारी और पत्थरबाजी के बीच जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष अमित वशिष्ठ उर्फ नंदकिशोर कुशवाहा की मौत हो गई.
जमकर हुआ बवाल
प्रखंड अध्यक्ष की मौत के बाद लोगों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के विरोध में जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल पहुंचकर काफी हंगामा किया. वहीं मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है.
पटना में कार में लगा दी थी आग
इससे पहले पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत अशोक राजपथ पर मूर्ति विसर्जन के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. बात यहीं पर समाप्त नहीं हुई. दोनों तरफ से गोलीबारी और पत्थरबाजी भी हुई थी. इस दौरान भीड़ के एक समूह ने सड़क पर मौजूद कार में आग लगा दी थी.